Edited By pooja verma,Updated: 09 Jun, 2020 12:35 PM
खेलो इंडिया में शहर की लड़िकयां बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए कबड्डी मैदान में उतर चुकी हैं।
चंडीगढ़ (लल्लन): खेलो इंडिया में शहर की लड़िकयां बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए कबड्डी मैदान में उतर चुकी हैं। नैशनल कम चैम्पियनशिप में शहर लड़कियों ने ब्रांज मैडल जीतकर मान बढ़ाया था। इस मैडल विजेता टीम में ज्यादातर खिलाड़ी मलोया कबड्डी कोचिंग सैटर की थीं मैडल जीतने के साथ इस टीम ने खेलों इंडिया के लिए क्रालीफाई कर लिया था लेकिन कोरोना महामार के चलते प्रैक्टिस नहीं कर पा रही थी। लेकिन अब प्रशासन से 'परमिशन मिलने के बाद उन्होंने अभ्यास शुरू कर दिया है।
कोचिंग सैंटर में अभी प्रैटिस करती हैं 30 लड़कियां
मलोया कबड्डी कोचिंग सैंटर के कोच रामेश राणा ने बताया कि अभी मलोया कबड्डी कोङ्क्षचग सेंटर में 30 के करीब लड़कियां प्रैटिस कर रही हैं। इनमें ज्यादातर खिलाड़ी नैशनल स्तर की खिलाड़ी हैं, ऐसे में इन खिलाडिय़ों के लिए फिटनैस बहुत जरूरी है।
लॉकडाऊन के दौरान इन खिलाडिय़ों के लिए ऑनलाइन फिटनैस सैशन शुरू किए लेकिन अब जब सरकार ने कुछ गाइडलाइंस के साथ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खोल दिए हैं तो हमनें भी इनकी फिटनैस के इन्हें ग्राऊंड में बुलाना शुरू कर दिया।
पदक जीतने के लिए कर रही हैं तैयारी: महिमा
जूनियर नैशनल में कांस्य पदक जीतने वाली टीम की कप्तान महिमा ने बताया कि अभी टीम फिटनैस पर काम कर रही है। कोरोना महामारी के चलते हम अढ़ाई महीने प्रैटिस नहीं कर सके, ऐसे में अभी हम खेल तो नहीं पा रहे हैं लेकिन मैदान में खेल से जुड़ी एसरसाइज कर रहे हैं।
15 साल से कम उम्र के बच्चों को अनुमति नहीं
कबड्डी कोच पवन राणा ने बताया कि ग्राऊंड में आने वाली सभी खिलाडिय़ों के परिजनों से एफीडैविट लेकर उन्हें कोचिंग करवाई जा रही है। इन्हें सुबह -शाम प्रैटिस करवाई जाती है। फिलहाल 15 साल से कम उम्र के बच्चों को ग्राऊंड में आने की अनुमति नहीं दी गई है।