Edited By Priyanka rana,Updated: 21 Feb, 2019 11:20 AM
पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल ने मांग की है कि शहर में पार्किंग के प्रबंधन ठीक ढंग से लागू करने के लिए मार्कीट एसोसिएशन और आर.डब्ल्यू.ए. को सौंप दिया जाए।
चंडीगढ़(राय) : पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल ने मांग की है कि शहर में पार्किंग के प्रबंधन ठीक ढंग से लागू करने के लिए मार्कीट एसोसिएशन और आर.डब्ल्यू.ए. को सौंप दिया जाए। बंसल ने कहा कि सांसद किरण खेर द्वारा पार्किंग शुल्क में कटौती के बारे जो कहा है, वो असल में प्रशासन और नगर निगम द्वारा पार्किंग में गड़बड़ी के खिलाफ लोगों का गुस्सा और नाराजगी रही है।
पार्किंग के ठेकेदार पर पहले से लगे गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं और अब यह सिद्ध करता है कि उसे फायदा पहुंचाने के लिए अनुचित तरीके से पक्षपात कर पार्किंग शुल्क को चार गुना बढ़ाया गया। पार्किंग शुल्क शुरू में 5 रुपए था, फिर उसे बढ़ाकर 10 रुपए किए और बाद में 20 रुपए और वो भी बहुत ही कम समय में।
बंसल ने कहा कि इसकी वजह से यहां के निवासियों को बिना स्मार्ट और बेहतर पार्किंग के जबरन महंगी पार्किंग शुल्क देना पड़ा और अब ऐसे में लगता है कि निगम को बकाया राशि 3.69 करोड़ रुपए का भुगतान किए बिना पार्किंग का ठेकेदार चुपचाप भाग निकला।
बी.जे.पी. नेताओं की कथित स्मार्ट पार्किंग की खुली कलई : छाबड़ा
सांसद किरण खेर के पेड पार्किंग स्थल पर पहुंचे पर कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने आड़े हाथों लेते कहा कि क्या ये चुनावी मौसम का असर है कि सांसद खेर को पार्किंग लोट्स में जाने पर मजबूर होना पड़ा और अढ़ाई साल बाद पता चला कि पार्किंग स्मार्ट नहीं है। ये ही अगर खेर आज ये चुनावी ढोंग न कर काफी पहले पार्किंग स्थल चली जाती तो आज शहर की जनता को स्मार्ट पार्किंग के नाम पर लुटना न पड़ता।
छाबड़ा ने कहा बी.जे.पी. की अस्पष्ट नीतियों की वजह से जनता, निगम कर्मी और पार्किंग कारिंगदे त्रस्त हुए हैं। पूर्व मेयर अरुण सूद जो की पार्किंग व पार्किंग ठेकेदार के हिमायती थे, क्या इस नाकामी पर इस्तीफा देंगे, लोगों से वसूली भारी भरकम पार्किंग फीस का कसूरवार कौन है, सांसद, उस समय की मेयर या बी.जे.पी. के सभी पार्षद? कांग्रेस मांग करती है कि इस पार्किंग ठेके की ज्यूडिशियल व सी.बी.आई. जांच होनी चाहिए।