Edited By bhavita joshi,Updated: 23 Oct, 2018 12:41 PM
रेलवे स्टेशन की फोर व्हीलर पार्किंग में पार्क वाहन अब सुरक्षित नहीं हैं।
चंडीगढ़(लल्लन): रेलवे स्टेशन की फोर व्हीलर पार्किंग में पार्क वाहन अब सुरक्षित नहीं हैं। इसका ताजा उदाहरण शनिवार रात को देखने को मिला है। तीन युवकों ने 11 गाडिय़ों के शीशे ही तोड़ दिए, लेकिन इसके बावजूद रेलवे अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही। रेलवे की ओर से न तो पार्किंग एरिया में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए गए हैं और न ही पार्किंग एरिया की चारदीवारी की गई है।
ऐसे में पार्किंग एरिया में कोई भी शरारती तत्व गाडिय़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। क्योंकि ठेकेदार ने सिर्फ दो कारिंदे लगाए हैं। पार्किंग एरिया में शाम ढलते ही ऑटो चालक व दरिया के आसपास के लोग बैठकर जाम छलकाते हैं। रेलवे पार्किंग के फोर व्हीलर एरिया में रोजाना करीब 500 से अधिक वाहन पार्क होते हैं। रेलवे स्टेशन की पार्किंग को बेहतर बनाने व सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आर.पी.एफ. ने सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने का फैसला किया था, लेकिन यह प्रोपोजल भी सिरे नही चढ़ सका और 3 साल बाद भी सी.सी.टी.वी.कैमरे नहीं लग सके।
इसके बाद अंबाला मंडल ने पार्किंग एरिया में किराए पर कैमरे लगाने का निर्णय लिया, लेकिन यह फैसला भी अंबाला मंडल के अधिकारियों की फाइलों में दबकर रह गया। रेलवे स्टेशन की टू व्हीलर पार्किंग का 27 सितंबर का टैंडर समाप्त हो चुका है और अधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया गया था कि 15 अक्तूबर तक टैंडर हो जाएगा, लेकिन अभी तक टैंडर नहीं हो सका है।