Edited By ashwani,Updated: 09 Nov, 2020 12:19 AM
एच.एस.पी.सी.बी. तापमान में गिरावट और पराली को मान रहा गंभीर हालातों की वजह
चंडीगढ़, (विजय गौड़): तापमान में गिरावट और पराली जलने के मामले बढऩे का असर अब हरियाणा की हवा पर तेजी से पड़ रहा है। आलम यह है कि सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) की रिपोर्ट में हरियाणा के 7 शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए.क्यू.आई.) गंभीर स्थिति तक पहुंच गया है। अब हालात ऐसे हो चुके हैं कि स्वस्थ लोगों के लिए भी हवा सांस लेने लायक नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार जींद (441) का ए.क्यू.आई. सबसे खराब है। वहीं, गुरुग्राम (434), कैथल (434), फतेहाबाद (433), धारुहेड़ा (432), फरीदाबाद (426) और पानीपत (403) भी गंभीर स्थिति में आ चुके हैं। आठ अन्य शहरों की हवा बहुत खराब कैटेगरी में दर्ज की गई है। अधिकारियों के अनुसार गत वर्ष कुछ दिन बारिश होने की वजह से हालात अधिक खराब नहीं हुए थे लेकिन इस साल पराली जलाए जाने के अधिक मामले आने की वजह से आने वाले दिनों में और अधिक जिले गंभीर कैटेगरी में आ सकते हैं। हालांकि हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (एच.एस.पी.सी.बी.) जागरुकता अभियान चला रहा है लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए सभी प्रयास असफल साबित होते दिखाई दे रहे हैं।