Edited By Prachi Sharma,Updated: 03 Mar, 2024 08:31 AM
पंचांग के मुताबिक हर माह भानु सप्तमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन भानु
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Bhanu Saptami 2024: पंचांग के मुताबिक हर माह भानु सप्तमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन भानु सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। मार्च के महीने में ये पर्व 3 मार्च यानी आज मनाया जाएगा। भानु सप्तमी को रथ सप्तमी और अचला सप्तमी के नाम से जाना जाता है। इस बार की भानु सप्तमी बेहद ही खास है क्योंकि आज कालाअष्टमी और शबरी जयंती भी मनाई जाएगी। वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को बहुत ही खास माना जाता है। इनसे जुड़े कुछ उपाय करने से घर में चल रहा वास्तु दोष तो संपन्न होता ही है साथ में घर-परिवार में खुशहाली बनी रहती है। अगर आप भी सूर्य देव से जुड़े शुभ फल प्राप्त करना चाहते हैं आज इस शुभ मुहूर्त में सूर्य की तांबे की प्रतिमा स्थापित करें। लेकिन इससे पहले जानते हैं भानु सप्तमी का शुभ मुहूर्त।
Bhanu Saptami 2024 Puja Muhurta भानु सप्तमी 2024 पूजा मुहूर्त
शास्त्रों के मुताबिक भानु सप्तमी के दिन ब्रह्म-मुहूर्त में स्नान-ध्यान करने से सूर्य देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आज ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:05 से शुरू होगा और इसका समापन शाम 5:43 पर हो जाएगा। आज अनुराधा नक्षत्र का निर्माण हो रहा है जो दोपहर 3:55 तक रहेगा।
घर में कैसे और कब लगाएं
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रात 12 बजे से 3 बजे तक सूर्य पृथ्वी के उत्तरी भाग में होता है। यह दिशा धन के लिए बेहद ही ख़ास और शुभ मानी जाती है। अगर धन से जुड़ी किसी समस्या से निजात पाना है तो तांबे की सूर्य प्रतिमा इस दिशा में लगा लें।
इसके अलावा सूर्योदय से पहले रात 3 से सुबह 6 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त होता है। ध्यान मुद्रा के लुए ये समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस जगह सूर्य देव की प्रतिमा लगाने से घर के बच्चों का मन पढ़ाई में लगा रहता है।
घर में अगर कोई सदस्य बहुत बीमार रहता है या फिर कोई पुराना रोग फिर से उभर के आ रहा है तो पूर्व दिशा की तरफ सूर्य देव की प्रतिमा लगाएं। ऐसा करने से बीमारियां आपके आसपास भी नहीं भटकती हैं।
किचन में दक्षिण-पूर्व की तरफ अगर इसे लगाया जाए तो घर में कभी भी अन्न-धन की कमी नहीं देखनी पड़ती है।
दोपहर 12 से 3 बजे के दौरान सूर्य दक्षिण में होता है। अगर इस दिशा में सूर्य देव की प्रतिमा को लगाया जाए तो घर के मुखिया को कभी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।
समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए घर के उत्तर-पश्चिम दिशा में सूर्य देव की प्रतिमा को लगाएं।