Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Mar, 2023 08:16 AM

खालसा पंथ की चढ़दी कला का प्रतीक 6 दिवसीय राष्ट्रीय पर्व होला मोहल्ला जोड़ मेले के प्रथम पड़ाव की शुरूआत आज
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श्री कीरतपुर साहिब (बाली): खालसा पंथ की चढ़दी कला का प्रतीक 6 दिवसीय राष्ट्रीय पर्व होला मोहल्ला जोड़ मेले के प्रथम पड़ाव की शुरूआत आज श्री कीरतपुर साहिब के गुरुद्वारा पतालपुरी साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के आरंभ करने के साथ हो गई है। इस मौके पर तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह ने अरदास करते हुए मेले की चढ़दी कला तथा सुख-शांति की कामना की। वहीं शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा, प्रोफैसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा समेत बड़ी संख्या में संगत गुरुद्वारा पतालपुरी साहिब में नतमस्तक हुई।
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गौरतलब है कि 3 से 5 मार्च तक होला मोहल्ला का प्रथम चरण श्री कीरतपुर साहिब की धरती पर मनाया जाएगा। आज आरंभ हुए श्री अखंड पाठ साहिब की संपूर्णता के भोग 5 मार्च को डाले जाएंगे, जिस उपरांत होला मोहल्ला का दूसरा पड़ाव 6 मार्च से श्री आनंदपुर साहिब की धरती से प्रारंभ होगा। जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह ने होला मोहल्ला मेले के इतिहास पर रोशनी डालते हुए बताया कि दशम पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने सिख कौम को अलग पहचान देने तथा जबर जुल्म के खिलाफ लड़ने के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी। सिखों को वीर बनाने, जुल्म का नाश करने के लिए सन 1701 ईस्वी में होला मोहल्ला मेले की शुरूआत करते हुए सिखों में युद्ध कला में निपुण करने के लिए शस्त्र बाजी, घुड़सवारी आदि के मुकाबले शुरू करवाए गए।
उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हर साल 6 दिवसीय होला मोहल्ला मेला बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि मेले में मोटरसाइकिलों के साइलेंसर खोल कर पटाखे न चलाएं, ट्रैक्टरों पर डी.जे. व ऊंची आवाज में गीत न लगाएं। इस मौके पर अमरजीत सिंह चावला, गुरदीप सिंह कंग मैनेजर तख्त श्री केसगढ़ साहिब, हरदेव सिंह हैप्पी अतिरिक्त मैनेजर तख्त श्री केसगढ़ साहिब, ज्ञानी जोगेन्द्र सिंह हैड ग्रंथी तख्त श्री केसगढ़ साहिब, गुरेन्द्र सिंह गोगी, संदीप सिंह कलोता मैनेजर गुरुद्वारा पतालपुरी साहिब, निर्मल सिंह ग्रंथी तथा तेजवीर सिंह