Edited By ,Updated: 11 Jan, 2015 11:33 AM
पपरोला में राजकीय आयुर्वैदिक कालेज के समारोह के इतर विशेष बातचीत में अपने मन की बात रखते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि लंबे राजनीतिक जीवन के बाद अब वह चुनावी रणक्षेत्र छोडऩा चाहते हैं...
पपरोला: पपरोला में राजकीय आयुर्वैदिक कालेज के समारोह के इतर विशेष बातचीत में अपने मन की बात रखते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि लंबे राजनीतिक जीवन के बाद अब वह चुनावी रणक्षेत्र छोडऩा चाहते हैं लेकिन हिमाचल की जनता के आग्रह पर ही वह चुनाव लडऩे पर हर बार मजबूर हो जाते हैं। अब चुनावी मैदान में उनका मन नहीं रमता है लेकिन यदि प्रदेश की जनता चाहेगी तो ही वह अगला चुनाव लड़ेंगे।
बीते दिनों परिवहन मंत्री जीएस बाली की नगरोटा बगवां में हुई रैली से तुलना के सवाल के जवाब में वीरभद्र सिंह ने कहा कि जीएस बाली की रैली से उनकी रैली की कोई तुलना नहीं हो सकती है। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि एचआरटीसी की टीएमपीए भर्ती विवाद में वह अदालत का फैसला आने के बाद ही कुछ कहेंगे। इससे पहले पपरोला स्थित राजीव गांधी आयुर्वैदिक कालेज के वार्षिकोत्सव में वीरभद्र सिंह ने कहा कि कालेज से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आयुर्वैदिक डाक्टरों को दुर्गम व दूरदराज ग्रामीण इलाकों में नौकरी करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
गांव मझैरना में जनसभा के दौरान इस दौरान वीरभद्र सिंह ने कहा कि इस साल गर्मियों में कांगड़ा जिला के अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल का दौरा करेंगे। उन्होंने क हा कि पूरे प्रदेश में ऐसी कोई पंचायत नहीं जिसका उन्होने दौरा न किया हो लेकिन इस बार पहली बार वह बड़ा भंगाल अवश्य जाएंगे। सीएम से बड़ा भंगाल के प्रधान चुनी लाल की अगुवाई में महिलाओं ने भेंट की।