Edited By ,Updated: 26 Feb, 2015 11:34 PM
मजदूरों की समस्याओं व मांगों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर वीरवार को सीटू व एटक ने बिलासपुर की सड़कों पर जोरदार रैली निकाली तथा मजदूरों की मांगों का एक ज्ञापन जिलाधीश बिलासपुर मानसी सहाय ठाकुर के माध्यम से प्रधानमंत्री को भेजा।
बिलासपुर: मजदूरों की समस्याओं व मांगों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर वीरवार को सीटू व एटक ने बिलासपुर की सड़कों पर जोरदार रैली निकाली तथा मजदूरों की मांगों का एक ज्ञापन जिलाधीश बिलासपुर मानसी सहाय ठाकुर के माध्यम से प्रधानमंत्री को भेजा। सुबह 11 बजे जिला के विभिन्न विभागों से आए सैंकड़ों मजदूर श्रीलक्ष्मीनारायण मंदिर में जमा हुए तथा वहां से नारे लगाते हुए रैली के रूप में चंपा पार्क व गुरुद्वारा चौक होते हुए जिलाधीश कार्यालय परिसर पहुंचे जहां विभिन्न मजदूर नेताओं ने मजदूरों को संबोधित भी किया।
प्रधानमंत्री को भेजे ज्ञापन में सीटू व एटक ने महंगाई को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम वेतन प्रतिमाह 15 हजार रुपए, सभी मजदूरों को पैंशन सुविधा, श्रम कानूनों को सख्त बनाने तथा उन्हें सख्ती से लागू करना, श्रम कानूनों की अवहेलना करने वालों को सख्त दंड का प्रावधान, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का विनिमेश बंद करना, आंगनबाड़ी व मिड-डे मील वर्करों को सरकारी कर्मचारी घोषित करना तथा मनरेगा में 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित करने की मांग की।
एटक के प्रधान जीत चौधरी व सीटू के जिला प्रधान लखनपाल ने यह भी कहा कि यदि इन मुद्दों पर सरकार ने शीघ्र सकारात्मक कदम न उठाए तो आने वाले समय में मजदूर हित के लिए सीटू व एटक द्वारा आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा। इस धरना-प्रदर्शन व रैली में पूर्व विधायक केके कौशल, एआईटीयूसी के प्रदेश सचिव प्रवेश चंदेल, पूर्व कर्मचारी नेता केश पठानिया, मिड-डे मील वर्कर यूनियन की नेता कमलेश ठाकुर व चांदनी शर्मा सहित यूनियनों के अन्य पदाधिकारी व सदस्यों ने भाग लिया।