Edited By ,Updated: 02 Apr, 2017 11:44 AM
चीन ने देश से गरीबी पूरी तरह हटाने की प्लानिंग कर रहा है...
बीजिंगः चीन ने देश से गरीबी पूरी तरह हटाने की प्लानिंग कर रहा है। शुक्रवार को हुई चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की पॉलिटिकल ब्यूरो की एक मीटिंग में गरीबी हटाने को लेकर नए टारगेट पर फोकस किया गया। सैंट्रल कमेटी की इस मीटिंग में इस बात पर सहमति बनी कि गरीबी को तभी हटाया जा सकता है, जब मौजूदा पॉलिसी और काम की स्पीड को बनाए रखा जा सके, साथ ही प्रॉब्लम्स के प्रति प्रैक्टिकल अप्रोच हो और उसका हल निकालने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
मीटिंग में ब्यूरो मैंबर्स ने स्टेट पार्टी कमेटी और गरीबी हटाने के लिए सरकारों के कामकाज के बारे में डिस्कस किया गया। इसमें साल 2016 में किए गए प्रयासों की उपलब्धियों और मूल्यांकन के बारे में भी चर्चा की गई। सीपीसी के सैंट्रल कमेटी के महासचिव शी जिनपिंग की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में जारी बयान के मुताबिक चीन से गरीबी हटाने के प्रयासों में बेहद निचले स्तर की गरीबी और टारगेट किए गए उपायों की कमी और पैसे की निगरानी में लापरवाही जैसी समस्याएं अब भी बनी हुई हैं।
चीन भले ही दुनिया की इकॉनॉमिक पॉवर बन रहा हो, लेकिन वहां एक बड़ी आबादी गरीबी से जूझ रही है। चीन के महानगरों में करोड़पतियों की संख्या लाखों में है, लेकिन गरीबों की संख्या करोड़ों में है। हालांकि वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चीन उन देशों में शामिल हैं, जिसने बीते कुछ सालों में तेजी से गरीबी कम की है।
बीते साल अक्तूबर में आई इस रिपोर्ट बताया गया था कि दुनिया में 2013 में पॉवरटी लाइन से नीचे रहने वालों की सबसे ज्यादा संख्या भारत में थी। रिपोर्ट के मुताबिक उस साल भारत की 30 फीसद आबादी की एवरेज डेली इनकम आय 1.90 डॉलर से कम थी, और दुनिया के एक तिहाई गरीब भारत में थे।