Edited By Tanuja,Updated: 12 Jan, 2021 10:01 AM
पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल बढ़ती जा रही है। विपक्ष के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की लगातार तेज हो रही गतिविधियों के ...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल बढ़ती जा रही है। विपक्ष के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की लगातार तेज हो रही गतिविधियों के कारण इमरान सरकार की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। इस बीच इमरान खान को सेना से भी झटका मिला है । सेना ने प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के नेता यदि रावलपिंडी की ओर मार्च करते हैं तो ‘चाय पानी’ की पेशकश के साथ उनका ध्यान रखा जाएगा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि सेना राजनीतिक मामलों में दखल नहीं देगी।
सेना के मीडिया शाखा- इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स (ISPR ) के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने रावलपिंडी में संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये बातें कहीं, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय स्थित है। प्रवक्ता ने PDM के रावलपिंडी मार्च के लेकर खतरे के बारे में पूछे जाने पर कहा, ''मुझे नहीं लगता कि उनके रावलपिंडी आने का कोई कारण है। अगर वे आना चाहते हैं तो हम उन्हें चाय-पानी पेश करेंगे और उनका ध्यान रखेंगे। इससे ज्यादा मैं और क्या कह सकता हूं?''
कुछ दिन पहले PDM के अध्यक्ष मौलाना फज्लुर्रहमान ने सेना की ओर इशारा करते हुए कहा था कि विपक्षी गठबंधन के आंदोलन के निशाने पर अब केवल प्रधानमंत्री इमरान खान नीत सरकार ही नहीं बल्कि ''उनके समर्थक'' भी होंगे। उन्होंने रावलपिंडी की ओर संभावित मार्च के भी संकेत दिये थे। 11 विपक्षी दलों के गठबंधन PDM का गठन राजनीति में पाकिस्तानी सेना के दखल और ''चुनाव में धोखाधड़ी कर'' इमरान खान को ''कठपुतली'' प्रधानमंत्री बनाने के खिलाफ किया गया था।