पाकिस्तान में शिया-सुन्नी झड़पों में अब तक 11 की मौत, हत्याओं के खिलाफ ब्रिटेन में पाक दूतावास के बाहर प्रदर्शन

Edited By rajesh kumar,Updated: 13 Jul, 2023 01:19 PM

shia sunni clashes pakistan kill 11 protest pak embassy uk against killings

खैबर पख्तूनख्वाह के पाराचिनार इलाके में सुन्नी और शिया जनजातियों के बीच एक बार फिर से खूनी संघर्ष शुरू हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों समुदायों में हई घातक झड़पों में मरने वालों की संख्या 11 हो चुकी है जबकि 67 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं।

इंटरनेशनल डेस्क : खैबर पख्तूनख्वाह के पाराचिनार इलाके में सुन्नी और शिया जनजातियों के बीच एक बार फिर से खूनी संघर्ष शुरू हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों समुदायों में हई घातक झड़पों में मरने वालों की संख्या 11 हो चुकी है जबकि 67 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। इसी बीच पाराचिनार में शिया हत्याओं के खिलाफ बर्मिंघम में पाक वाणिज्य दूतावास के सामने शिया समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया है।

भूमि विवाद से शुरू हुई झड़पें
जानकारी के मुतराबिक पांच दिन पहले भूमि विवाद को लेकर दोनों समुदाय के लोगों के बीच झड़पें शुरू हुई थीं। जिससे अफगानिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्र में युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई है। संघर्ष के बीच यातायात बाधित हुआ है जिसके चलते लोगों को भोजन, दवाओं और ईंधन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। शिया समुदाय के लोगों ने खैबर पख्तूनख्वाह की राजधानी पेशावर से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क को अवरुद्ध करने के लिए प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टी.टी.पी.) के साथ-साथ सुन्नी आतंकवादियों को दोषी ठहराया है।

मिसाइलों और रॉकेटों का इस्तेमाल
हथियारों उग्र प्रयोग के कारण शैक्षणिक संस्थान, बाजार और कार्यालय बंद हो गए हैं। जनजातियों में युद्धविराम हो चुका था, लेकिन कहा जा रहा है कि समझौतों के बावजूद ये संघर्ष फिर से तेज हो गया है। शिया और सुन्नी समुदाय के लोगों ने झड़पों में एक-दूसरे के खिलाफ मिसाइलों और रॉकेटों सहित भारी हथियारों का इस्तेमाल किया है। गौरतलब है कि तुरी, बंगश और मेंगल जनजातियों के बीच भूमि विवाद को लेकर दशकों से शिया-सुन्नी संघर्ष चल रहा है। तुरी आदिवासी शिया हैं, जबकि मेंगल सुन्नी हैं। हालांकि, बंगश जनजाति में शिया और सुन्नी दोनों हैं।

अफगानी आतंकी कर रहे हैं घुसपैठ
स्थानीय मीडिया कि मुताबिक पाराचिनार के निवासियों ने सीमा की बाड़ तोड़कर पाकिस्तान में प्रवेश करने वाले अफगानिस्तान के आतंकवादियों को नहीं रोकने के लिए शहबाज शरीफ सरकार को दोषी ठहराया है। इसमें एक स्थानीय नेता शब्बीर साजिद के हवाले से कहा गया है कि अफगान जिहाद के संचालक लड़ाकों के लिए एक सुरक्षित क्षेत्र बनाना चाहते थे, जिन्हें अफ़ग़ानिस्तान में लॉन्च किया जा सके।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!