Edited By vasudha,Updated: 20 Aug, 2021 10:10 AM
अफगानिस्तान में नियंत्रण के बाद तालिबान का जुर्म बढ़ता ही जा रहा है। तालिबानी आतंकियों ने अफगानी लोगों की जिंदगी नर्क बना दी है। अफगानिस्तान को पूरी तरह से अपने कब्जे में लेने के बाद तालिबान की नजर अब वहां के क्रिकेट बोर्ड पर है। तालिबान ने काबुल में...
इंटरनेशनल डेस्क: अफगानिस्तान में नियंत्रण के बाद तालिबान का जुर्म बढ़ता ही जा रहा है। तालिबानी आतंकियों ने अफगानी लोगों की जिंदगी नर्क बना दी है। अफगानिस्तान को पूरी तरह से अपने कब्जे में लेने के बाद तालिबान की नजर अब वहां के क्रिकेट बोर्ड पर है। तालिबान ने काबुल में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के दफ्तर पर भी कब्ज़ा जमा लिया है। इससे ये साफ हो गया है कि तालिबान खेल और संगीत से कितनी नफरत करता है।
सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें सामने आई है, जिसमें कुछ तालिबानी AK-47 लेकर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के ऑफिस में बैठे नजर आ रहे हैं, साथ में पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी भी हैं। इससे पहले अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दुनिया को इस बात का भरोसा दिलाया था कि तालिबानी खौफ के बीच भी खेल को नुकसान नहीं पहुंचेगा। क्रिकेट बोर्ड के CEO हामिनद शिनवारी ने कहा था कि तालिबानी क्रिकेट से प्यार करते हैं। उन्होंने शुरुआत से हमें अपना समर्थन दिया है।
खबरों की मानें तो तालिबानी लड़ाकों ने अफगानिस्तान में मौजूद 6 प्रमुख क्रिकेट स्टेडियमों पर भी कब्जा कर लिया है। इनमें काबुल में मौजूद स्टेडियम भी शामिल है। बता दें कि तालिबान ने अभी तक उस सरकार के लिए कोई योजना पेश नहीं की है, जिसे चलाने की वह इच्छा रखता है। उसने केवल इतना कहा है कि वह शरिया या इस्लामी कानून के आधार पर सरकार चलाएगा।