Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Jul, 2019 11:49 AM
जम्मू से 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के 17वें दिन ‘बम-बम भोले’ के जयकारों के साथ दक्षिण कश्मीर के बालटाल और नुनवान बेस कैम्पों की ओर श्रद्धालु निकले। आज खास बात यह रही कि
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जम्मू (कमल): जम्मू से 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के 17वें दिन ‘बम-बम भोले’ के जयकारों के साथ दक्षिण कश्मीर के बालटाल और नुनवान बेस कैम्पों की ओर श्रद्धालु निकले। आज खास बात यह रही कि भक्तों का मौसम ने भरपूर साथ दिया। तड़के अढ़ाई बजे के करीब आसमान में काले बादल छाए थे, परंतु बारिश नहीं हुई। ठंडी हवाओं से जम्मू का वातावरण काफी सुहावना हो गया। यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक यात्री निवास से 80 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को दक्षिण कश्मीर के बालटाल और नुनवान बेस कैम्पों की ओर रवाना किया गया है।
दिन भर रही पंजीकरण की प्रक्रिया सुचारू
मंगलवार शाम पंजीकरण सैंटर महाजन हॉल के बाहर पंजीकरण में देरी किए जाने और जानकार लोगों के पहले पंजीकरण करने को लेकर अमरनाथ यात्री भड़क उठे थे। आक्रोशित अमरनाथ यात्रियों ने पंजीकरण केंद्र में तैनात स्टाफ के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की थी। श्रद्धालुओं का आरोप था कि सरकार ने जिन लोगों को करंट पंजीकरण केंद्र में तैनात किया है, वे अपने परिचित लोगों के पंजीकरण पहले कर रहे थे और विरोध करने पर उनसे सख्त लहजे में बात कर रहे थे। इसके विरोध में श्रद्धालुओं ने प्रदर्शन किया। श्रद्धालुओं के प्रदर्शन के नतीजे में बुधवार को महाजन हॉल, सरस्वती और वैष्णवी धाम में पंजीकरण की प्रक्रिया सुचारू रही। दिन भर किसी भी भक्त में कोई रोष देखने को नहीं मिला।
जम्मू में 45000 से अधिक श्रद्धालुओं का हुआ करंट पंजीकरण
वर्ष 2019 की वार्षिक अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई, परंतु जम्मू से पहला जत्था 30 जून को भेजा गया, जिसके चलते 28 जून, 2019 से ही टोकन जारी करने और करंट पंजीकरण की प्रक्रिया सरकार ने जम्मू में शुरू कर दी थी। इसके चलते जम्मू के 3 पंजीकरण केंद्र सैंट्रल महाजन सभा, रेलवे के समीप सरस्वती धाम और वैष्णवी धाम में अब तक 45000 से अधिक श्रद्धालुओं का करंट पंजीकरण किया गया है। करंट पंजीकरण उन भक्तों का किया जाता है, जो ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं। ऐसे लोगों के लिए सरकार हर साल जम्मू और कश्मीर में करंट पंजीकरण कर उन्हें यात्रा परमिट जारी करती है। वहीं जम्मू के तीनों पंजीकरण केंद्रों से अब तक बालटाल के लिए 20,000 के करीब यात्रियों का करंट पंजीकरण किया गया है, जबकि पहलगाम रूट के लिए 24,000 से अधिक यात्रियों का पंजीकरण किया गया है।