Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 02:08 PM
एशिया के पहले दौरे पर आए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर उत्तर कोरिया को आड़े हाथों लेते हुए उसे एक बड़ी समस्या बताया है। ट्रंप ने कहा है कि इस समस्या को सुलझाना बहुत जरूरी है। ट्रंप ने अपने साथ सफर कर रहे रिपोर्टर्स से कहा कि पिछले 25...
टोक्योः एशिया के पहले दौरे पर आए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर उत्तर कोरिया को आड़े हाथों लेते हुए उसे एक बड़ी समस्या बताया है। ट्रंप ने कहा है कि इस समस्या को सुलझाना बहुत जरूरी है। ट्रंप ने अपने साथ सफर कर रहे रिपोर्टर्स से कहा कि पिछले 25 सालों से उत्तर कोरिया से कमजोरी से निपटा गया है। ट्रंप ने साफ जाहिर किया है कि अपने इस दौरे पर वह उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रोग्राम पर नकेल कसने को लेकर कई देशों से चर्चा करेंगे।
कुछ क्षेत्रीय विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि एशिया में ट्रंप की मौजूदगी से उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण जैसी कोई उकसावे वाली कार्रवाई कर सकता है। ट्रंप से जब इस मसले पर समाधान के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'हम जल्द कुछ ढूंढेंगे।' ट्रंप ने यह भी कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी मुलाकात करेंगे।ट्रंप ने कहा कि उन्हें एशियाई सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलने की उम्मीद है। एयरफोर्स वन जापान जाते हुए ट्रंप ने रिपोर्टर्स को बताया कि उन्हें उत्तर कोरिया के परमाणु संकट से निपटने के लिए पुतिन की मदद की जरूरत है।
ट्रंप ने कहा कि वह दुनिया के कई राष्ट्राध्यक्षों से मिलकर उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने को लेकर चर्चा करेंगे। बता दें कि ट्रंप के एशियाई दौरे पर उनके और पुतिन की दो बार मुलाकात हो सकती है। पहले वह वियतनाम में और फिर फिलीपींस में एक-दूसरे से मिल सकते हैं। दोनों नेता इसी साल गर्मी में यूरोप में हुए सम्मेलन से इतर मिले थे। ट्रंप अपने एशियाई दौरे के पहले दिन जापान पहुंचे है। वह टोक्यो से बाहर रविवार को योकोता एयरफोर्स बेस पर उतरे। ट्रंप जापानी पीएम शिंजो आबे से मुलाकात करेंगे और उसके बाद दोनों जापानी गोल्फर हिदेकी मतसूयाहमाह के साथ गोल्फ भी खेलेंगे। जापान के बाद ट्रंप दक्षिण कोरिया, चीन, वियतनाम और फिलिपींस सहित कुल पांच एशियाई देशों का दौरा करेंगे।