Edited By Tanuja,Updated: 26 Sep, 2022 12:18 PM
अफगानिस्तान के काबुल में हुए गुरुद्वारे पर हमले और सिखों को निशाना बनाए जाने के बाद, वहां मौजूद अफगान सिखों का भारत आना...
इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान के काबुल में हुए गुरुद्वारे पर हमले और सिखों को निशाना बनाए जाने के बाद, वहां मौजूद अफगान सिखों का भारत आना लगातार जारी है। अफगानिस्तान में तालिबानी शासन आने के बाद और सिखों पर हो चुके हमलों को देखते हुए वहां से सिख समुदाय को निकाला जा रहा है। अफगानिस्तान से 55 सिखों एवं हिंदू शरणार्थियों का अंतिम जत्था रविवार की शाम को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचा।
आम आदमी पार्टी के सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने यह जानकारी दी । राज्यसभा सदस्य ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने इससे पहले शरणार्थियों के इस ‘अंतिम जत्थे’ का ई-वीजा मंजूर किया था। उनके यहां आगमन को भारत और अफगानिस्तान दोनों सरकारों ने सुगम बनाया है।साहनी ने इससे पहले यहां एक बयान में कहा था कि 38 वयस्कों और तीन शिशुओं समेत 17 बच्चों को लाने के लिये अमृतसर स्थित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक विशेष विमान की व्यवस्था की है। साहनी ने ट्वीट किया, ‘‘भगवान की कृपा से 55 सिखों एवं हिंदुओं का आखिरी जत्था अफगानिस्तान से सुरक्षित नयी दिल्ली पहुंच गया ।
विदेश मंत्रालय को धन्यवाद जिसने ई-वीजा जारी कर उन्हें वहां से यहां लाने में मदद की । एसजीपीसी को भी धन्यवाद । हम लोग ‘‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’’ कार्यक्रम के तहत उनका पुनर्वास करेंगे ।’’इससे पहले उन्होंने बयान जारी कर कहा, ‘‘हम इस आखिरी जत्थे को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में थे, जो वहां फंसे हुए थे।’’ उन्होंने कहा कि पश्चिम दिल्ली के अर्जुन नगर में स्थित गुरुद्वारे में शरणार्थियों का स्वागत करने के लिये एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।