Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Jul, 2018 11:20 AM
सुप्रीम कोर्ट ने यहां मिंटो रोड पर जलजमाव के चलते एक बस के उसमें डूबे होने की तस्वीरें प्रकाशित होने के बाद इस पर स्वत : संज्ञान लेते हुए कहा कि क्या दिल्ली में हमारे पास इस तरह का शासन है! वहीं, मुंबई में सड़कों पर बने गड्ढों के चलते लोगों की जानें...
नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने यहां मिंटो रोड पर जलजमाव के चलते एक बस के उसमें डूबे होने की तस्वीरें प्रकाशित होने के बाद इस पर स्वत : संज्ञान लेते हुए कहा कि क्या दिल्ली में हमारे पास इस तरह का शासन है! वहीं, मुंबई में सड़कों पर बने गड्ढों के चलते लोगों की जानें जा रही हैं और अधिकारी गड्ढे गिन रहे हैं। न्यायालय ने मुंबई की सड़कों पर बने गड्ढों के चलते लोगों की जान जानें की खबरों पर भी स्वत: संज्ञान लिया और दोनों शहरों (दिल्ली, मुंबई) के नगर निकाय अधिकारियों की आलोचना की। न्यायमूर्ति मदन बी.लोकुर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की सदस्यता वाली एक पीठ ने मॉनसून के दौरान जलजमाव और सड़कों पर बने गड्ढों के चलते जनजीवन पंगु हो जाने को लेकर दोनों शहरों के नगर निकाय अधिकारियों की आलोचना की।
पीठ ने कहा, ‘‘एक बस मिंटो रोड पर जलमग्न हो गई। क्या दिल्ली में हमारे पास इस तरह का शासन है।’’ न्यायालय ने कहा कि मुंबई में लोगों की सड़कों पर बने गड्ढों के चलते जानें जा रही हैं और अधिकारी गड्ढे गिन रहे हैं। पीठ ने कहा कि रिपोर्टों के मुताबिक मुंबई में सड़कों पर लगभग 4,000 गड्ढे हैं।
केंद्र की ओर से पेश हुए अटार्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल ने इन उदाहरणों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और बेंगलुरु के बेल्लंदुर झील की जहरीली झाग का भी जिक्र किया। न्यायालय ने वेणुगोपाल द्वारा उठाए गए इस मुद्दे को गंभीर बताया। दिल्ली में अनधिकृत निर्माण की सीलिंग की सुनवाई के दौरान यह मुद्दा उठाया गया।