Edited By shukdev,Updated: 09 Dec, 2018 09:28 PM
दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को पारा गिरने के साथ और खराब हो गई। तापमान गिरने की वजह से प्रदूषकों के छितरने की गति कम हो जाती है। उधर, अधिकारियों ने आगह किया कि अगले दो दिनों में प्रदूषण स्तर बढ़ सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी)...
नई दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को पारा गिरने के साथ और खराब हो गई। तापमान गिरने की वजह से प्रदूषकों के छितरने की गति कम हो जाती है। उधर, अधिकारियों ने आगह किया कि अगले दो दिनों में प्रदूषण स्तर बढ़ सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 377 रिकॉर्ड किया। यह करीब 20 दिनों में प्रदूषण का सबसे ज्यादा स्तर है। सीपीसीबी के आंकड़े बताते हैं कि एनसीआर में, गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रही।
गौरतलब है कि एक्यूआई अगर 201 से 300 है तो उसे ‘खराब’ माना जाता है, जबकि 301 से 400 के बीच होने पर ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच होने पर ‘गंभीर’ माना जाता है। सीपीसीबी के मुताबिक, आनंद विहार, मुंडका, आरके पुरम, रोहिणी, विवेक विहार, जहांगीरपुरी और नेहरू नगर इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रिकॉर्ड की गई है, जबकि 20 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रही। इसने कहा कि पीएम 2.5 का स्तर 221 रहा और पीएम 10 389 दर्ज किया गया। केंद्र की वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता अगले दो दिन में और खराब हो सकती है।
सफर ने कहा कि हवा रुक गई है और प्रदूषकों का छितराव कम हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ हवा में नमी लाकर और हवा को भारी बनाकर दिल्ली की वायु गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। अगले दो दिन में तापमान में गिरावट हो सकती है और मध्यम स्तर का कोहरा छा सकता है जिससे प्रदूषण बढऩे की आशंका है। सफर ने कहा कि बुधवार को बारिश के आसार हैं और अगर पर्याप्त मात्रा में बारिश होती है तो वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।