Edited By vasudha,Updated: 19 Jun, 2020 11:34 AM
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में मारे गए भारतीय सैनिकों के प्रति अमेरिका ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने शीर्ष चीनी राजनयिक यांग जिएची के साथ बैठक के कुछ घंटे बाद कहा कि चीन के...
इंटरनेशनल डेस्क: लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में मारे गए भारतीय सैनिकों के प्रति अमेरिका ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने शीर्ष चीनी राजनयिक यांग जिएची के साथ बैठक के कुछ घंटे बाद कहा कि चीन के साथ हाल में हिंसक झड़प में सैनिकों के मारे जाने पर भारत के लोगों के प्रति हम गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में 20 भारतीय सैन्यकर्मी मारे गए थे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैली मेकनैनी ने सीमा पर हुई झड़प के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्पको इसकी जानकारी है। हम पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हालात पर नजर रख रहे हैं। हमने भारतीय सेना का बयान देखा है कि झड़प में 20 भारतीय जवानों ने जान गंवाई है और हम इसे लेकर गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।
वहीं एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने इस संदर्भ में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने के इरादे से झड़प शुरू की। सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैकोनेल ने विदेश नीति पर सदन में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पीएलए ने जमीनी क्षेत्र हड़पने के मकसद से चीन और भारत के बीच 1962 में हुए युद्ध के बाद की सबसे हिंसक झड़प के लिए उकसाया। दुनिया को इससे अधिक स्पष्ट उदाहरण नहीं मिल सकता है कि चीन अपनी सीमा के भीतर लोगों से क्रूरता कर रहा है और दुनिया के नक्शे को पुन: तैयार करके अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती दे रहा है और अपने हिसाब से उसे बदलने की कोशिश कर रहा है।
शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर ने कहा कि ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना' ने कोरोना वायरस महामारी का इस्तेमाल हांगकांग में अपने दमनकारी कदमों को छुपाने और क्षेत्र में अपना नियंत्रण एवं प्रभाव बढ़ाने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि समुद्र में उसने जापान में सेनकाकु द्वीप के निकट कदम आगे बढ़ाए हैं। आसमान में, चीनी विमान विभिन्न समय पर ताइवानी वायुक्षेत्र में घुसे हैं। इस बीच, सांसद जिम बैंक्स ने भारतीय दूरसंचार नेटवर्क से हुआवेई और जेडटीई को प्रतिबंधित करने के भारत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि भारत डरेगा नहीं। समझदारी से लिया गया मजबूत फैसला।