Edited By vasudha,Updated: 05 Apr, 2021 11:46 AM
एक तरफ देश में काेरोना की बेकाबू रफ्तार और दूसरी तरफ वैक्सीन के बाद भी पॉजिटिव आ रहे मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में लोग दुविधा में पड़ गए हैं कि वह वैक्सीन लगाए या नहीं। इसी भ्रम को दूर करते हुए वैज्ञानिकों ने कहा कि जरुरी नहीं वैक्सीन...
नेशनल डेस्क: एक तरफ देश में काेरोना की बेकाबू रफ्तार और दूसरी तरफ वैक्सीन के बाद भी पॉजिटिव आ रहे मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में लोग दुविधा में पड़ गए हैं कि वह वैक्सीन लगाए या नहीं। इसी भ्रम को दूर करते हुए वैज्ञानिकों ने कहा कि जरुरी नहीं वैक्सीन लगाने के बाद हर कोई संक्रमित होगा, जो लोग एहतियाती उपायों का पालन नहीं करते हैं वो ही इसका शिकार हो रहे हैं।
वैज्ञानिकों ने दी पूरी जानकारी
वैज्ञानिकों ने टीकाकरण के बाद किए जाने वाले सभी उपायों के बारे में समझाया है। उनका कहना है कि लोगों को पहली डोज तो मिल रही है लेकिन दूसरी डोज समय पर नहीं दी जा रही है, जिसके चलते कोरोना का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा टीकाकरण के पहले और बाद में किए जाने वाले उपायाें की पूरी जानकारी मिलने के बावजूद भी लाेग मनमर्जी कर रहे हैं, जिसका खामियाजा उन्हे भुगतना पड़ रहा है।
महिलाओं में दिख रहे साइड इफेक्ट्स
वहीं एक नई रिसर्च की मानें तो पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। वहीं ऐसे लोगों की भी वैक्सीन से सेहत खराब हो रही है, जिन्हे पहले कोरोना हो चुका है। ऐसे लोगों काे वैक्सीनेशन से पहले और बाद में सावधानी बरतने की ज्यादा जरूरत है। डॉक्टर्स का कहना है कि लोगों को वैक्सीन लगने के बाद भी कुछ दिनों तक आराम करना चाहिए, ताकि वे जल्द से जल्द ठीक हो सकें।
वैक्सीनेशन का मतलब वायरस का अंत नहीं: विशेषज्ञों
विशेषज्ञों ने ये भी साफ किया कि वैक्सीनेशन का मतलब वायरस का अंत होना नहीं है। संक्रमण तो किसी भी समय हो सकता है। टीकाकरण सिर्फ वायरस के खतरनाक प्रभावों के खिलाफ पूरी तरह से आपके शरीर की रक्षा करता है और इस समय की गई लापरवाही काफी नुक्सान पहुंचा सकती है।