Edited By Yaspal,Updated: 28 Apr, 2019 08:48 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति ने रविवार को पणजी के पूर्व विधायक एवं गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर परिर्कर के करीबी सहयोगी रहे सिद्धार्थ कुनकालीनकर को पणजी उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया हालांकि
पणजीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति ने रविवार को पणजी के पूर्व विधायक एवं गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर परिर्कर के करीबी सहयोगी रहे सिद्धार्थ कुनकालीनकर को पणजी उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया हालांकि पर्रिकर के पुत्र उत्पल पर्रिकर को इस सीट के लिए मुख्य उम्मीदवार माना जा रहा था।
कुछ दिन पहले पार्टी की राज्य इकाई की चुनाव समिति ने केंद्रीय चुनाव समिति से उपचुनाव के लिए कुनकालीनकर और उत्पल पर्रिकर के नामों की सिफारिश की थी। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद पणजी सीट पर उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया है। उत्पल पर्रिकर को इस सीट के लिए पार्टी के टिकट का मुख्य दावेदार माना जा रहा था। उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों में रूचि लेने शुरू कर दिया था और लोकसभा एवं विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार में हिस्सा भी लिया था।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि इस फैसले के पीछे का कारण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गोवा इकाई के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर का चुनावी मैदान में उतरना हो सकता है और पार्टी नहीं चाहती थी कि उत्पल पर्रिकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत में ही चुनावी मैदान में उतरें। इससे पहले कुनकालीनकर दो बार पणजी के विधायक रह चुके हैं।
पहली बार जब मनोहर पर्रिकर वर्ष 2014 में रक्षा मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुये थे और दूसरी बार वर्ष 2017 में। उन्होंने 2017 में पर्रिकर के राज्य की राजनीति में लौटने और फिर मुख्यमंत्री बनने के बाद इस्तीफा दे दिया था। पणजी के लिए उपचुनाव 19 मई को होगा।