Edited By Yaspal,Updated: 04 Feb, 2021 09:44 PM
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। संसद भवन में बैठक जारी है। डीएमके और एनसीपी समेत कई पार्टियों के नेता बैठक में मौजूद हैं। दरअसल, किसानों के मुद्दे को लेकर पिछले 5 दिनों से विपक्षी पार्टियां लोकसभा में हंगामा कर रही हैं,...
नेशनल डेस्कः लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। संसद भवन में बैठक जारी है। डीएमके और एनसीपी समेत कई पार्टियों के नेता बैठक में मौजूद हैं। दरअसल, किसानों के मुद्दे को लेकर पिछले 5 दिनों से विपक्षी पार्टियां लोकसभा में हंगामा कर रही हैं, जिसके चलते सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। बता दें कि बजट सत्र की शुरूआत से पहले बिरला ने सभी दलों के साथ बैठक की थी, जिसमें सभी दलों के बीच सत्र को सुचारू ढंग से चलाने के लिए आम सहमति बनीं थी।
इससे पहले, लोकसभा में गुरुवार को भी किसान आंदोलन को लेकर विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा और कई बार कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस, द्रमुक सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा में लगातार तीसरे दिन विवादों में घिरे तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर भारी हंगामा किया जिसके कारण बृहस्पतिवार को सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी।
रात 8.30 बजे बैठक शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही पीठासीन सभापति मीनाक्षी लेखी ने शून्यकाल चलाया और 9 बजे कार्यवाही पूरे दिन के लिये स्थगित कर दी । विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण निचले सदन में प्रश्नकाल बाधित रहा। हालांकि, रात साढ़े आठ बजे शोर-शराबे में ही सदस्यों ने शून्यकाल में अपने क्षेत्र के एवं महत्वपूर्ण मुद्दे उठाये।
विपक्षी सदस्य पिछले कुछ दिनों से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग और दिल्ली के कई सीमा क्षेत्रों में किसानों के आंदोलन का मुद्दा उठा रहे हैं। कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा से पहले सदन में किसानों के मुद्दे पर अलग से चर्चा कराने की मांग की है। हालांकि राज्यसभा में बृहस्पतिवार को भी कामकाज सुचारू रूप से चला और सदस्यों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लिया।