Edited By shukdev,Updated: 29 Dec, 2018 12:42 AM
भगवान जगन्नाथ मंदिर का दर्शन करने आए लोगों को 12 घंटे तक मंदिर का दरवाजा बंद रहने से परेशानियों का सामना करना पड़ा। दरअसल यहां के सेवायतों (पुजारियों)का आरोप है कि पुलिस ने एक सेवायत के साथ मारपीट की और इसी का विरोध करने के लिए मंदिर का दरवाजा बंद...
पुरी: भगवान जगन्नाथ मंदिर का दर्शन करने आए लोगों को 12 घंटे तक मंदिर का दरवाजा बंद रहने से परेशानियों का सामना करना पड़ा। दरअसल यहां के सेवायतों (पुजारियों)का आरोप है कि पुलिस ने एक सेवायत के साथ मारपीट की और इसी का विरोध करने के लिए मंदिर का दरवाजा बंद किया गया है। पुरी के कलेक्टर जे पी दास ने बताया कि हिंदुओं के बीच बेहद पवित्र माने जाने वाले इस मंदिर में गुरुवार की रात के बाद से भगवान से जुड़ा हुआ कोई अनुष्ठान नहीं हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि 900 साल पुराने इस मंदिर का दरवाजा लगभग सुबह पांच बजे खुल जाता है लेकिन यह 12 घंटे देर से शुक्रवार शाम में करीब चार बजकर 30 मिनट पर खुला। उन्होंने बताया कि सेवायतों का आरोप है कि पुलिस ने मंदिर के भीतर एक श्रद्धालु को प्रवेश कराने की कोशिश कर रहे एक सेवायत के साथ मारपीट की। पुलिस ने उस श्रद्धालु को विदेशी होने के संदेह में हिरासत में ले लिया था। श्री जगन्नाथ मंदिर अधिनियम के तहत इसके भीतर विदेशी लोगों के जाने पर प्रतिबंध है।
टीवी चैनल पर दरवाजे के बाहर प्रतीक्षा कर रहे गुस्साए श्रद्धालुओं को दिखाया गया है। ओडिशा के विधि मंत्री प्रताप जेना ने कहा कि राज्य सरकार मंदिर के घटनाक्रम पर नजर रख रही है। सिंहद्वार पुलिस थाने में सेवायत और पुलिस के द्वारा दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सेवायत एवं श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के बीच हुई बैठक के बाद मंदिर का दरवाजा खोल दिया गया।