Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Feb, 2023 03:51 PM

तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप के बाद जहां सैंकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी वहीं भारत ने सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी प्रकट की। वहीं अब भारत तुर्की को मदद...
नेशनल डेस्क: तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप के बाद जहां सैंकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी वहीं भारत ने सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप में लोगों की मौत पर सोमवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि भारत इस त्रासदी से निपटने में मदद के लिए हरसंभव सहायता देने को तैयार है।
घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं
दक्षिण पूर्वी तुर्किये और दक्षिणी सीरिया में सोमवार को आए 7.8 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 641 लोगों की मौत हो गई। मोदी ने ट्वीट किया, तुर्किये में भूकंप के कारण हुए जान-माल के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
प्रधानमंत्री ने भूकंप पर तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के एक ट्वीट को टैग करते हुए कहा, भारत तुर्किये के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हरसंभव सहायता देने को तैयार है। एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा, यह जानकर गहरा दुख हुआ कि विनाशकारी भूकंप ने सीरिया को भी प्रभावित किया है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। हम सीरियाई लोगों के दुख को साझा करते हैं और इस कठिन समय में सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी भूकंप में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया।
तुर्किये में भूकंप के कारण हुए जानमाल के नुकसान से बहुत व्यथित हूं
उन्होंने ट्वीट किया, तुर्किये में भूकंप के कारण हुए जानमाल के नुकसान से बहुत व्यथित हूं। इस कठिन समय में अपनी संवेदना और समर्थन से तुर्किये के विदेश मंत्री को अवगत कराया। प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में बैठक की।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक यह निर्णय लिया गया कि राहत सामग्री के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और चिकित्सा दलों को तुर्किये गणराज्य की सरकार के समन्वय से तुरंत तुर्किये भेजा जाएगा।
राहत व बचाव कार्य के लिए आगे आया भारत
राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें, विशेष रूप से प्रशिक्षित श्वान दस्ते और आवश्यक उपकरण भूकंप प्रभावित क्षेत्र में उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। दोनों टीमों में 100 कर्मी शामिल हैं। पीएमओ ने कहा कि आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ मेडिकल टीमों को भी तैयार किया जा रहा है। राहत सामग्री तुर्किये गणराज्य की सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास और इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास कार्यालय के समन्वय से भेजी जाएगी। बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय, एनडीएमए, एनडीआरएफ, रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।