Edited By ASHISH KUMAR,Updated: 09 Apr, 2018 07:25 PM
बुन्देलखण्ड में किसान कर्ज से किस कदर परेशान है। इसका ताजा उदाहरण छतरपुर में देखने को मिला। कर्ज के डर से किसान मौत को गले लगा रहे हैं। ताजा मामला छतरपुर जिले के घिनोची गाँव का है। जहां 80 वर्षीय किसान हरलाल अहिरवार ने अपने खेत पर जाकर ज़हरीला पदार्थ...
छतरपुर: बुन्देलखण्ड में किसान कर्ज से किस कदर परेशान है। इसका ताजा उदाहरण छतरपुर में देखने को मिला। कर्ज के डर से किसान मौत को गले लगा रहे हैं। ताजा मामला छतरपुर जिले के घिनोची गाँव का है। जहां 80 वर्षीय किसान हरलाल अहिरवार ने अपने खेत पर जाकर ज़हरीला पदार्थ खा लिया। जिसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया था जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अस्पताल में घायल किसान से जब संवाददाता ने बात की तो उसने बताया कि उसे सिर्फ साहूकार का 18 हज़ार रुपये ही कर्जा देना है। इसके अलावा और किसी की देनदारी नहीं है। जिससे वह परेशान रहता था। उसने बोर के लिये 40 हज़ार का कर्जा का लिया था।
वहीँ किसान की बहू राधा बाई ने बताया कि खेत में बोर कराया था तो 40 हजार का कर्जा साहूकार से लिया था जिसका अभी 18 हजार देना बाकी था। फसल खराब थी आगे कोई संभावना नहीं थी इसी कारण से चिंता सता रही थी। इसी कारण परेशांन होकर ज़हर खा लिया। बहू राधाबाई ने बताया कि बड़ामलहरा के साहूकार डेवड़िया ने समय रहते मद्द की थी और वह अपना पैसा भी नहीं मांग रहे थे और ना ही उनका पैसों का कोई ऐसा दवाब था। फिर भी ससुर चिंतित थे और घबड़ाकर जहर खा लिया।