Edited By Radhika,Updated: 17 Apr, 2024 01:35 PM
Reserve Bank Of India के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बीते दिन यानि की बुधवार को दावा किया कि भारत में बेरोज़गारी बढ़ रही है। देश के युवा अपना कारोबार स्थापित करने के लिए विदेशों का रुख कर रहे हैं।
नेशनल डेस्क: Reserve Bank Of India के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बीते दिन यानि की बुधवार को दावा किया कि भारत में बेरोज़गारी बढ़ रही है। देश के युवा अपना कारोबार स्थापित करने के लिए विदेशों का रुख कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा भारतीयों में ‘विराट कोहली मानसिकता’ है और वे उन स्थानों पर चले जाते हैं जहां उन्हें अंतिम बाजारों तक पहुंच बहुत आसान लगती है।
रघुराम राजन ने बताया कि बहुत सारे भारतीय इनोवेटर्स अब सिंगापुर या सिलिकॉन वैली जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘वे वास्तव में विश्व स्तर पर और अधिक विस्तार करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि एक युवा भारत है जिसकी मानसिकता विराट कोहली जैसी है। मैं दुनिया में किसी से पीछे नहीं हूं।’
विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने कहा कि मानव पूंजी में सुधार और उनके स्किल सेट को बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा, , “वैश्विक स्तर पर वह (युवा) अधिक विस्तार करना चाहते हैं. मुझे लगता है कि भारतीय युवा की मानसिकता भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली जैसी है।'' उन्होंने 'Making India an Advanced Economy by 2047: What Will it Take' में कहा कि भारतीय युवा विदेश में बिजनेस करने इस कारण जा रहे है, क्योंकि वो भारत में खुश नहीं है।
रघुराम राजन का कहना है कि हमें युवाओं से यह बात पूछने की ज़रुरत है कि ऐसा क्या है, जो उन्हें भारत के बाहर जाकर स्थापित होने के लिए मजबूर करता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकारों को युवाओं के लिए नौकरियों के ज़्यादा अवसर पैदा करने होंगे। सरकार को विकेंद्रीकरण के लिए तैयार रहना चाहिए।
राजन ने कहा, "सरकार को यह महसूस करने की जरूरत है कि लोगों के उत्थान का सबसे अच्छा तरीका, रोजगार सृजन की सुविधा प्रदान करना है. हम एक आलसी प्रतिक्रिया सुनते हैं कि चीजें जल्द ही बेहतर होंग. यह अभी लगभग जुनूनी अंदाज में करना महत्वपूर्ण है. हम भविष्य में बहुत ज्यादा कदम नहीं उठा सकते.''