Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Feb, 2018 03:59 PM
दिल्ली की आबो-हवा को साफ रखने में मदद करने के मकसद से यहां के चार ऐतिहासिक गुरूद्वारे सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे। इस बाबत इन गुरूद्वारों को सौर ऊर्जा संयंत्रों से लैस किया जा रहा है। गुरुद्वारों की रोजमर्रा की बिजली जरूरतों को पूर करने के लिए एक मेगावाट...
नई दिल्ली: दिल्ली की आबो-हवा को साफ रखने में मदद करने के मकसद से यहां के चार ऐतिहासिक गुरूद्वारे सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे। इस बाबत इन गुरूद्वारों को सौर ऊर्जा संयंत्रों से लैस किया जा रहा है। गुरुद्वारों की रोजमर्रा की बिजली जरूरतों को पूर करने के लिए एक मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना शुरू की गई है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह जी के ने बताया, ‘शुरूआत में राष्ट्रीय राजधानी के चार ऐतिहासिक गुरूद्वारारों में बंगला साहिब, गुरुद्वारा रकाबगंज, मजनूं का टीला तथा गुरुद्वारा नानक पियायु में हरित ऊर्जा से बिजली प्रदान करने के लिए एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का फैसला किया है।’
उन्होंने बताया कि इसकी शुरूआत अगले सप्ताह गुरुद्वारा बंगला साहिब में की जाएगी तथा सौर ऊर्जा परियोजना को 31 मार्च 2018 तक पूरा करके इन चारों गुरुद्वारों में स्वच्छ ऊर्जा के माध्यम से बिजली जरूरतों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा संयंत्र से प्रतिदिन 4000 यूनिट तथा वार्षिक तौर पर 13 लाख यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा।