लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू नहीं, वैक्सीन लगा सकती है कोरोना की दूसरी लहर पर लगाम: हर्षवर्धन

Edited By vasudha,Updated: 27 Mar, 2021 09:58 AM

harshvardhan corona vaccine lockdown

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हालिया बढ़ोतरी पर कड़ी नजर रखी जा रही है जिनमें कोविड संबंधी प्रोटोकॉल का सख्त अनुपालन तथा सूक्ष्म निषेध क्षेत्र बनाया जाना शामिल है ताकि इसके प्रसार पर लगाम...

नेशनल डेस्क: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हालिया बढ़ोतरी पर कड़ी नजर रखी जा रही है जिनमें कोविड संबंधी प्रोटोकॉल का सख्त अनुपालन तथा सूक्ष्म निषेध क्षेत्र बनाया जाना शामिल है ताकि इसके प्रसार पर लगाम लगाई जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नाइट कर्फ्यू और शनिवार-रविवार को लगाए जाने वाले कर्फ्यू ज्यादा असरदार नहीं है, बल्कि वैक्सीनेशन से ही दूसरी लहर को रोका जा सकता है।

 

टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने जा रही है: हर्षवर्धन
हर्षवर्धन  ने कहा कि हमारा उन लोगों पर ज्यादा ध्यान है जो उच्च जोखिम वाले आयु वर्ग में हैं और जो महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक 5.31 करोड़ टीके की खुराक दी जा चुकी हैं। जनवरी में रोजाना जहां 2.4 लाख खुराक दी जा रही थीं वहीं मार्च के आखिरी हफ्ते में यह 20 लाख है। सरकार अब 45 साल तक के लोगों को भी टीका लगवाने वालों की श्रेणी में लेकर आई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने जा रही है। जहां तक पाबंदी लगाने की बात है, कोविड-19 की स्थिति हर दिन बदलती है। यहां उम्मीद की किरण यह है कि हम महामारी की वजह से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिये पहले से बेहतर तैयार हैं।

 

कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करना जरुरी: स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि बढ़ते मामलों को रोकने के लिये कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों के सख्त अनुपालन, सुक्ष्म निषेध क्षेत्रों समेत अन्य कदम जहां भी जरूरत होगी उपयोग में लाए जाएंगे। भारत में कोविड-19 के मामलों और इनमें हाल में आए उछाल पर टिप्पणी करते हुए वर्धन ने कहा कि केंद्र व राज्यों द्वारा किये गए ठोस प्रयासों और भारत द्वारा ‘जांच, निगरानी व उपचार' की रणनीति में किये गए निवेश का नतीजा है कि भारत उन देशों में शामिल है जहां प्रति 10 लाख की आबादी पर मामलों और मृतकों की संख्या सबसे कम है। हमनें यह सशक्त रूप से दिखाया है कि जांच, निगरानी और उपचार की हमारी नीति प्रभावी रूप से विषाणु का प्रसार रोकती है।”

 

निगरानी और उपचार ही महामारी पर लगा सकता है लगाम
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था को क्रमिक रूप से खोलने और वाणिज्यिक गतिविधियों को शुरू करने का फैसला देश में कोविड-19 के वक्र में सतत गिरावट के बाद लिया गया था। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के भारत समेत वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक प्रभाव से उबरने के लिये यह जरूरी था। ऐतिहासिक रूप से पूर्व में महामारियां लहरों में आई हैं और कोविड भी अपवाद नहीं है। यह स्पष्ट रूप से नजर आया जब इसकी दूसरी लहर यूरोप और अमेरिका में पहुंची। यह अभी भी वैज्ञानिक समुदाय के लिये अनसुलझा है कि महामारियां इस तरह व्यवहार क्यों करती हैं।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!