Edited By Rahul Singh,Updated: 11 Apr, 2024 12:46 PM
एएनआई द्वारा एक्स पर साझा किए गए एक विशेष पॉडकास्ट में राजनाथ यह चेतावनी देते हुए दिखे कि यदि पाकिस्तान एक हथियार के रूप में आतंक का उपयोग करके भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता है तो उसे अपने कार्यों के परिणाम भुगतने होंगे।
नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अगर पड़ोसी देश को लगता है कि वह अकेले ऐसा नहीं कर सकता तो भारत आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की मदद करने को तैयार है। एएनआई द्वारा एक्स पर साझा किए गए एक विशेष पॉडकास्ट में राजनाथ यह चेतावनी देते हुए दिखे कि यदि पाकिस्तान एक हथियार के रूप में आतंक का उपयोग करके भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता है तो उसे अपने कार्यों के परिणाम भुगतने होंगे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी धरती से पैदा होने वाले आतंक पर लगाम लगानी चाहिए और जरूरत पड़ने पर भारत अपना समर्थन देने के लिए तैयार है। राजनाथ ने कहा, "अगर पाकिस्तान (आतंकवाद पर अंकुश लगाने में) असमर्थ महसूस करता है, तो भारत आतंकवाद को रोकने में सहयोग करने के लिए तैयार है।" सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर "भारत का हिस्सा था, है और रहेगा"।
इंटरव्यू के दौरान राजनाथ ने इंदिरा गांधी के दौर में आपातकाल के दौर के बारे में भी बात की और याद किया कि कैसे उनकी मां के निधन के दौरान उन्हें पैरोल भी नहीं दी गई थी। 1975 के आपातकाल की अनकही कहानी का खुलासा करते हुए राजनाथ ने कहा, "मुझे आपातकाल के दौरान अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल नहीं दी गई थी और अब वे (कांग्रेस) हमें तानाशाह कहते हैं।"