Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Dec, 2017 11:05 PM
दो दिवसीय संवाद के समापन पर विदेश मंत्रालय ने यहां कहा कि ‘भारत-अमेरिका डेजिग्नेशन डायलॉग’ तंत्र की स्थापना आतंकवादी खतरों के खिलाफ सहयोग को मजबूत करने की भारत और अमरीका की प्रतिबद्धताएं दर्शाते हैं
नई दिल्लीः भारत और अमरीका ने घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय तंत्रों से आतंकवादी संगठनों एवं आतंकवादियों को प्रतिबंधित करने के मुद्दे पर मंगलवार को अपना पहला संवाद संपन्न किया। दो दिवसीय संवाद के समापन पर विदेश मंत्रालय ने यहां कहा कि ‘भारत-अमेरिका डेजिग्नेशन डायलॉग’ तंत्र की स्थापना आतंकवादी खतरों के खिलाफ सहयोग को मजबूत करने की भारत और अमरीका की प्रतिबद्धताएं दर्शाते हैं।
विदेश मंत्रालय में अमरीका प्रभाग के प्रभारी संयुक्त सचिव मुनू महावार और गृह मंत्रालय सहित अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। अमरीका की तरफ से गृह सुरक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आतंकवाद से जुड़े प्रतिबंधों पर बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा के लिए इस संवाद का आयोजन किया गया।
वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘हम अमरीका द्वारा जारी की गयी नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में भारत-अमरीका संबंधों को दिए गए रणनीतिक महत्व की सराहना करते हैं। दो जिम्मेदार लोकतंत्रों के रूप में भारत और अमरीका समान उद्देश्य साझा करते हैं जिनमें आतंकवाद से मुकाबला और पूरी दुनिया में शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देना शामिल है।’’
ट्रम्प प्रशासन ने अपनी नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में भारत को एक ‘‘प्रमुख वैश्विक शक्ति’’ बताते हुए कहा कि वह भारत के साथ अमरीका की रणनीतिक भागीदारी को और मजबूत करेगा तथा भारत-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने में उसकी नेतृत्व भूमिका का समर्थन करता है।