Edited By Anil dev,Updated: 25 Jan, 2019 11:31 AM
दबोचे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों अब्दुल लतीफ और हिलाल अहमद के निशाने पर कनॉट प्लेस (सीपी) सहित राजधानी के पांच वीवीआईपी इलाके थे। इनमें साउथ दिल्ली के दो बड़े बाजार भी शामिल थे। 2 ग्रेनेड लक्ष्मी नगर स्थित एक घर में रखे गए थे।
नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): दबोचे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों अब्दुल लतीफ और हिलाल अहमद के निशाने पर कनॉट प्लेस (सीपी) सहित राजधानी के पांच वीवीआईपी इलाके थे। इनमें साउथ दिल्ली के दो बड़े बाजार भी शामिल थे। 2 ग्रेनेड लक्ष्मी नगर स्थित एक घर में रखे गए थे। जबकि और ग्रेनेड लाने के लिए हिलाल कश्मीर गया था। दोनों आतंकियों ने काफी दिनों से तक रेकी करके विस्फोट की योजना को अंतिम रूप दिया था। अब्दुल लतीफ जम्मू एंड कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद का जिला कमांडर है। वह पाक में बैठे जैश-ए-मोहम्मद के आकाओं की मदद से वह सात हैंड ग्रेनेड लेकर जम्मू कश्मीर पहुंचा था। इसमें से दो ग्रेनेड दिल्ली लाए गए थे।
दिल्ली में विस्फोट करने की बनाई थी योजना
पूछताछ में पता चला है कि जैश के शीर्ष कमांडर के कहने पर आतंकियों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में विस्फोट करने की योजना बनाई थी। इनके साथी आतंकी आबिद ने 4 जनवरी को सुंबल, बांदीपोरा में 5 आरआर के सैन्यकमियों पर ग्रेनेड फेंका था। श्रीनगर में शाहबल और हिलाल अहमद भट को कुछ ग्रेनेड दिए थे। पूछताछ में पता चला कि यह लोग जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर से प्रेरित होकर आतंकी बने और उसके संगठन में शमिल हुए। यह दोनों उसके स्पीच से बहुत प्रभावित थे। दोनों हमेशा उसके भाषण की रिकार्डिंग सुना करते थे। यहीं नहीं व्हाट्सप के जरिये मसूद के भाषण को जम्मू एंड कश्मीर में रहने वाले अपने जानकारों को भेज संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित भी करते थे। दिल्ली से कुछ और आतंकियों की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है। इसमें वह लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने इन दोनों को दिल्ली में पनाह देने और रेकी करने में मदद की है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में कुछ और नामों का खुलासा हो सकता है।
मदरसे से पढ़ाई कर चुके हैं दोनों आतंकी
पूछताछ में पता चला कि अब्दुल लतीफ गनी और हिलाल अहमद भट जम्मू एंड कश्मीर के एक मदरसे से पढ़ाई कर चुके हैं। दोनों दसवीं तक मदरसे में पढ़े थे, फिर वहीं पर से मुफ्ती का चार साल का कोर्स किया था।
सेब की खेती के बहाने छिपाई थी पहचान
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गनी के पिता इरफान का जम्मू एंड कश्मीर में भेड़ का फार्म और सेब की खेती का काम है। लतीफ और हिलाल भी इसी फार्म और सेब की खेती के बहाने आतंकी गतिविधियों को चला रहे थे।