Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 May, 2022 09:32 AM
कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री पैकेज के तहत राज्य के सरकारी महकमों में नियुक्त कश्मीरी पंडितों को सुरक्षित जिले में तैनात किया जाएगा।
श्रीनगर: कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री पैकेज के तहत राज्य के सरकारी महकमों में नियुक्त कश्मीरी पंडितों को सुरक्षित जिले में तैनात किया जाएगा। मनोज सिन्हा ने पीपुल्स एलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) और भाजपा प्रतिनिधिमंडल को सूचित किया कि घाटी के तहसील मुख्यालयों पर हाल में हुए आतंकवादी हमलों को देखते हुए कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की तैनाती सुरक्षित जिलों में की जाएगी।
वहीं इससे पहले, मनोज सिन्हा ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ किए गए कथित बल प्रयोग मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उपराज्यपाल ने जम्मू कश्मीर पुलिस को घाटी में प्रधानमंत्री पैकेज योजना के तहत कार्य करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए।
उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि राहुल भट्ट की हत्या के जरिए लोगों में भय और आतंक का माहौल बनाने की कोशिश की गयी। वह बहुत अच्छा कर्मचारी था। हमने इस मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी सभी पहलुओं से इस मामले की जांच करेगी। उन्होंने कहा कि एसआईटी प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग मामले की भी जांच करेगी।
गौरतलब है कि 12 मई को आतंकवादियों ने बडगाम जिले की चाडूरा तहसील कार्यालय में घुसकर कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी, इस घटना के बाद कश्मीरी पंडितों ने जम्मू-कश्मीर में उग्र विरोध प्रदर्शन किया था और सरकार से मांग की थी कि गवर्नमेंट जॉब करने वाले उनके समुदाय के सदस्यों का ट्रांसफर घाटी से जम्मू में किया जाए। उन्होंने ऐसा नहीं करने पर सामूहित इस्तीफे की चेतावनी दी थी.