Edited By prachi upadhyay,Updated: 07 Aug, 2019 04:15 PM
आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने के फैसले के बाद से घाटी में तनावपूर्ण शांति कायम है। तमाम प्रतिबंधों के बीच सुरक्षाबलों ने राजनेताओं, कार्यकर्तो समेत 100 से ज्यादा लोगों को...
नेशनल डेस्क: आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने के फैसले के बाद से घाटी में तनावपूर्ण शांति कायम है। तमाम प्रतिबंधों के बीच सुरक्षाबलों ने राजनेताओं, कार्यकर्तो समेत 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सुरक्षा एंजेसियों ने शांति को खतरा होने का हवाला देते हुए ये कदम उठाया है।
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गिरफ्तारी की खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि राज्य में शांति का माहौल कायम किए रहने के लिए अब तक 100 से ज्यादा राजनेताओं, कार्यकर्ताओं और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने इससे ज्यादा इस मामले पर कोई जानकारी नहीं थी। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला रविवार रात से ही नजरबंद थे और उन्हें राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए खतरा बताते हुए सोमवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया था।
वहीं जम्मू-कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और इमरान अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया है। इन नेताओं को उनके घरों से हिरासत में लेकर सरकारी गेस्ट हाउस हरि निवास में रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी में उनकी गतिविधियों से शांति एवं सौहार्द में खलल पैदा होने के डर के चलते मजिस्ट्रेट ने उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए थे।