Edited By shukdev,Updated: 23 Jun, 2019 06:55 PM
महाराष्ट्र में भाजपा सरकार के चलते किसानों का संकट लगातार बढ़ रहा है। स्थिति ये है कि पिछले चार वर्षों में हर रोज 8 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बैंकों के ऋण और फसलों के नुकसान सहित कई कारणों से 2015 से 2018 तक महाराष्ट्र में...
मुंबई: महाराष्ट्र में भाजपा सरकार के चलते किसानों का संकट लगातार बढ़ रहा है। स्थिति ये है कि पिछले चार वर्षों में हर रोज 8 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बैंकों के ऋण और फसलों के नुकसान सहित कई कारणों से 2015 से 2018 तक महाराष्ट्र में कम से कम 12021 किसानों ने आत्महत्या की। यानि कि हर रोज 8 किसानों ने आत्महत्या की। जनवरी 2011 से दिसंबर 2014 के बीच 6268 किसानों ने आत्महत्या की थी।
महाराष्ट्र के राहत और पुर्नवास मंत्री सुभाष देशमुख ने राज्य विधानसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए ये आंकड़े दिये। 12021 मामलों में 6888 यानी 57 प्रतिशत मामलों में राज्य सरकार की तरफ से एक लाख रुपए की वित्तीय सहायता के पात्र पाए गए। किसानों की आत्महत्या का मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण समझा जा रहा है क्योंकि भाजपा सरकार इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से सत्ता में आने की उम्मीद बनाए हुए है। किसानो ने अपनी दुर्दशा जगजाहिर करने के लिए पिछले चार वर्षों में कई बार मुंबई मं कई बड़े प्रदर्शन किए।