Edited By vasudha,Updated: 22 Apr, 2018 08:40 PM
महाराष्ट्र पुलिस के हाथ आज बड़ी कामयाबी लगी है। ढ़चिरौली के इटापल्ली बोरिया जंगल में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 16 नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई में नक्सली नेता साईनाथ और सिनू भी मारे गए...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र पुलिस के हाथ आज बड़ी कामयाबी लगी है। गढ़चिरौली के इटापल्ली बोरिया जंगल में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 16 नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई में नक्सली नेता साईनाथ और सिनू भी मारे गए। पुलिस ने यह कार्रवाई एंटी-नक्सल ऑपरेशन के तहत की गई। माना जा रहा है कि नक्सलियों के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन है।
12 नक्सलियों के शव बरामद
पुलिस महानिरीक्षक शरद शेलार ने बताया कि मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गये। तलाशी अभियान अब भी जारी है। उन्होंने बताया कि गढ़चिरौली पुलिस की विशेष लड़ाकू इकाई सी -60 के कमांडो की एक टीम ने रविवार सुबह यहां से करीब 750 किलोमीटर दूर भामरगढ के तडगांव जंगल में यह अभियान शुरु किया जो अब भी चल रहा है। पुलिस महानिदेशक सतीश माथुर ने सी-60 की टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से सटे कसानसुर जंगली क्षेत्र में अभियान में कमांडो और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। तलाशी के दौरान 12 से अधिक नक्सलियों के शव मुठभेड़ स्थल से बरामद किये गये। वहां और तलाशी चल रही है। उन्होंने बताया कि इस बात की संभावना है कि नक्सली नेता डीवीसी रैंक के हों।
देश में नक्सली गतिविधियों में कमी
इस मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों में प्रतिबंधित संगठन के दो जिला स्तरीय कमांडर साईनाथ और सिनू उर्फ श्रीकांत शामिल हैं। माथुर ने कहा कि यह दंडाकारण्य क्षेत्र में नक्सल विरोधी बल की अब तक की सबसे बड़ी सफलता हे। हमारे तरफ कोई भी हताहत नहीं हुआ। पुलिस टीम अब भी अभियान में लगी हुई है। और ब्योरे की प्रतीक्षा है। हताहत होने वाले नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है। गौरतलब है कि देश में नक्सली गतिविधियों में कमी आई है और नक्सलियों का इलाका भी घटा है। नक्सल प्रभावित 126 जिलों में से सरकार ने 44 जिलों को नक्सल मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया है। सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 35 से घटकर 30 रह गई है।