Edited By vasudha,Updated: 02 Feb, 2019 02:40 PM
2019 के अंतरिम बजट को लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष इसे लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को चुनावी बजट करार दिया...
नेशनल डेस्क: 2019 के अंतरिम बजट को लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष इसे लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को चुनावी बजट करार दिया।
मनमोहन सिंह ने केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट मई में होने वाले लोकसभा चुनावों पर प्रभाव डालेगा। उन्होंने कहा कि इस बजट में सरकार ने मध्यम वर्ग, किसानों और ग्रामीण आबादी के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। यह एक चुनावी बजट है।
वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट को ‘अंतिम जुमला’ करार देते हुए कहा था कि कि इससे दिल्ली को निराशा ही हाथ लगी है। केंद्रीय करों में हमारा हिस्सा 325 करोड़ रुपये पर ही अटका रहा और स्थानीय निकायों के लिए कुछ भी आवंटित नहीं किया गया।
बता दें कि 5 लाख तक की आय वालों के लिए टैक्स में छूट की घोषणा करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि यह अंतरिम बजट नहीं है, बल्कि यह बजट देश के विकास का वाहक बनेगा। सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे 15 हजार तक की आय वाले कामगारों के लिए साठ साल की उम्र के बाद पेंशन की घोषणा भी की है।