Edited By Anu Malhotra,Updated: 28 Mar, 2022 01:14 PM
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष द्वारा कानून व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग करने पर विधायकों के बीच जमकर कहासुनी हुई जिस बीच बंगाल विधानसभा में बीजेपी और टीएमसी विधायकों के बीच मारपीट भी हुई।
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के राज्य में कानून-व्यवस्था की कथित ‘‘बिगड़ती'' स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग करने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भगवा पार्टी के विधायकों के बीच सोमवार को सदन में धक्का-मुक्की हो गई। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में लगभग 25 भाजपा विधायकों ने विधानसभा से बहिर्गमन किया और दावा किया कि सदन के अंदर तृणमूल कांग्रेस के विधायकों द्वारा उनकी पार्टी के कई विधायकों के साथ मारपीट की गई।
अधिकारी ने कहा कि विधायक, सदन के भीतर भी सुरक्षित नहीं है...तृणमूल के विधायकों ने सचेतक मनोज तिग्गा सहित हमारे कम से कम 8-10 विधायकों के साथ मारपीट की, क्योंकि हम कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग कर रहे थे।
बता दें कि धक्का-मुक्की में विधानसभा की लाइट भी टूट गई और तो और टीएमसी विधायक असित मजूमदार की नाक भी फूट गई, जिसके बाद वह रोते हुए विधानसभा के बाहर पत्रकारों के सामने घायल अवस्था में आए और उन्होंने बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी पर हमले का आरोप लगाया, वहीं बीजेपी के मनोज टिग्गा के भी कपड़े फटने की जानकारी सामने आई।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा, विधानसभा में अराजकता फैलाने के लिए नाटक कर रही है। उन्होंने कहा कि सदन में हमारे कुछ विधायक घायल हो गए हैं। हम भाजपा के इस कृत्य की निंदा करते हैं।
बता दें कि बंगाल विधानसभा के बजट सत्र का आज सोमवार को आखिरी दिन है, बीजेपी विधायकों ने आरोप लगाया है कि वे बीरभूम पर चर्चा चाहते थे, जिसपर हंगामे के बाद कथित रूप से TMC विधायकों ने धक्कामुक्की की।