Edited By Anil dev,Updated: 14 Jan, 2021 12:29 PM
कृषि कानूनों को लेकर जारी सियासत के बीच सुप्रीम कोर्ट ने इन कानूनों को लागू करने पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है और इनकी समीक्षा के लिए कमेटी भी गठित की है। उधर, देश के अलग-अलग हिस्सों के किसान अभी भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं और इन कानूनों की वापसी...
नेशनल डेस्क: कृषि कानूनों को लेकर जारी सियासत के बीच सुप्रीम कोर्ट ने इन कानूनों को लागू करने पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है और इनकी समीक्षा के लिए कमेटी भी गठित की है। उधर, देश के अलग-अलग हिस्सों के किसान अभी भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं और इन कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े हैं। इसी बीच शत्रुघ्न सिन्हा ने एक ट्वीट कर सरकार को सलाह दी है कि यह आग से खेलने का वक्त नहीं है।
सिन्हा ने ट्वीट किया, सर यह क्या हो रहा है? हम क्या कर रहे हैं? सरकार को अपना घमंड दरकिनार करना चाहिए। लोहड़ी की बधाई देते वक्त यह ध्यान रखने की जरूरत है कि यह आग से खेलने का वक्त नहीं है। क्या 130 करोड़ की आबादी में हमें एक तटस्थ पैनल नहीं मिला? शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे लिखा, पैनल में चुने गए लोग ही इस विवादित कानून को बनाने में भी शामिल रहे हैं।
आपको बतां दे कि कृषि कानूनों के विरोध में विभिन्न राज्यों के किसान 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि यदि सरकार अथवा उच्चतम न्यायालय तीन नए कृषि कानूनों को लागू करने पर रोक लगा देता है, तब भी वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। किसान नेताओं ने अपनी निजी राय बताते हुए कहा कि रोक लगाना कोई समाधान नहीं है और वैसे भी यह तय वक्त के लिए होगी।