Edited By Anil dev,Updated: 18 Mar, 2021 06:04 PM
रामानंद सागर के सीरियल रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाकर देश के घर-घर में प्रख्यात हुए अभिनेता अरुण गोविल ने भाजपा का दामन थाम लिया है। अरुण गोविल बंगाल चुनाव में बीजेपी के पक्ष में धुआंधार प्रचार करेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि गोविल बंगाल में...
नेशनल डेस्क: टेलीविजन धारावाहिक रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल ने बृहस्पतिवार को भाजपा का दामन थाम लिया। राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में गोविल ने संवाददाता सममेलन में केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी और पार्टी महासचिव अरुण सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री की नीतियों से प्रभावित होकर और अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने के मद्देनजर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। अरुण गोविल बंगाल चुनाव में बीजेपी के पक्ष में धुआंधार प्रचार करेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि गोविल बंगाल में करीब 100 सभाएं करेंगे। पश्चिम बंगाल, असम समेत 5 राज्यों के चुनावों से ठीक पहले अरुण गोविल ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला लिया है। चुनावों से पहले बीजेपी के लिए यह अहम है। बीजेपी में शामिल होते ही गोविल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। गोविल ने कहा कि ममता बनर्जी को 'जय श्रीराम' के नाम से एलर्जी हो गई है। यह कोई नारा नहीं है, यह उद्घोष है जिसको लेकर हम जीते हैं।
अरुण गोविल 1987 में आई रामानंद सागर की रामायण में राम बने थे। इस शो में दीपिका चिखलिया ने सीता का किरदार निभाया था। दीपिका चिखलिया पहले से ही भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा हैं। उन्होंने दो बार सांसद का चुनाव भी जीता था। पश्चिम बंगाल में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हालांकि इससे पहले ही अभिनेता रहे अरुण गोविल भारतीय जनता पार्टी से जुड़ चुके हैं। पिछले साल लॉकडाउन लागू होने के बाद केंद्र सरकार ने दूरदर्शन पर रामायण सीरियल का फिर से प्रसारण शुरू किया था। लॉकडाउन में लोगों ने इसे खूब पसंद भी किया था। गोविल ने अभी तक किसी राजनीतिक दल से जुड़ने से बचते रहे थे।
कौन हैं अरुण गोविल?
उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन्मे अरुण गोविल ने जी. एफ. कॉलेज शाहजहांपुर, मेरठ यूनिवर्सिटी से इंजिनियरिंग साइंस की पढ़ाई की। अपनी पढ़ाई के बाद ही अरुण गोविल ने कुछ प्ले में हिस्सा लिया था। अरुण गोविल के पिता श्री चंद्र प्रकाश गोविल सरकारी नौकरी करते थे।अरुण 6 भाई-बहनों में चौथे नंबर पर थे।अरुण गोविल (Arun Govil) ने खुद बताया था, 'मैंने राम के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन मेकर्स ने रिजेक्ट कर दिया था। उस वक्त उन्हें मेरा काम पसंद नहीं आया था, लेकिन बाद में वे खुद मेरे पास आए और मुझे यह रोल ऑफर किया।
रामायण के रावण ने 1991 में बीजेपी के टिकट पर लड़ा था चुनाव
इससे पहले रामायण के रावण यानी अरविंद त्रिवेदी ने साल 1991 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था । गुजरात के साबरकांठा सीट से उन्होने चुनाव में जीत हासिल की । साल 2002 में उन्हें सेंसर बोर्ड का एक्टिंग चेयरमैन भी नियुक्त किया गया था ।
हनुमान पहुंचे थे राज्यसभा
रामायण के हनुमान जो कि एक मशहूर पहलवान भी थे दारा सिंह को राज्य सभा के लिए नामांकित किया गया था । साल 2003 में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें राज्य सभा भेजा था, तब देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे ।