Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Aug, 2019 03:24 PM
जम्मू-कश्मीर के हालात पर जहां असमंजस की स्थिति बनी हुई है वहीं राज्य के नेताओं में भी बेचैनी है। इसी बीच रविवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के हालात पर जहां असमंजस की स्थिति बनी हुई है वहीं राज्य के नेताओं में भी बेचैनी है। इसी बीच रविवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कोई नहीं बता रहा है कि आखिर कश्मीर में हो क्या रहा है और क्या होने जा रहा है। मुफ्ती ने कश्मीर के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र की एडवाइजरी के बाद यहां लोग घबराहट में हैं। मुफ्ती ने कहा कि अमरनाथ श्रद्धालुओं, पर्यटकों और छात्रों को कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मुफ्ती ने कहा कि कहां गई इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत? यह गांधी का देश है।
इस दौरान मुफ्ती ने यह भी आरोप लगाया कि रविवार शाम एक होटल में सभी राजनीतिक दलों ने बैठक बुलाई थी, लेकिन पुलिस ने बुकिंग रद्द करा दी है। मुफ्ती ने कहा कि धारा 370 और अनुच्छेद 35ए से छेड़छाड़ करने के नतीजे बहुत खतरनाक होंगे। उन्होंने कहा कि हमने बात करने की कोशिश की, लेकिन भारत सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है। बता दें कि शुक्रवार को केंद्र ने एडवाइजरी जारी करके सभी यात्रियों और पयर्टकों को कश्मीर से चले जाने को कहा था। सरकार की इस एडवाइजरी के बाद कश्मीर में हलचल है। वहीं शनिवार को भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी बाट टीम के करीब 5 से 7 घुसपैठियों को मार गिराया था।