Edited By ,Updated: 05 Jan, 2016 12:25 AM
पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला करने वाले आतंकवादी चार और दो के समूहों में आए थे और उनके पाकिस्तानी आकाओं ने बड़े समूह को फटकारा था कि ...
नई दिल्ली: पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला करने वाले आतंकवादी चार और दो के समूहों में आए थे और उनके पाकिस्तानी आकाओं ने बड़े समूह को फटकारा था कि वे अपने लक्ष्य तक पहुंचने में पीछे कैसे रह गए जबकि उनके सहयोगी परिसर में पहले ही पहुंच चुके थे।
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि छह आतंकवादियों के समूह के दो आतंकवादी चार अन्य द्वारा पंजाब के एक पुलिस अधीक्षक का अपहरण किए जाने और क्षेत्र में उनकी मौजूदगी को लेकर अलर्ट जारी किए जाने से काफी पहले ही शायद पठानकोट वायुसेना अड्डे में घुस गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस बात की ‘‘काफी आशंका’’ है कि कम से कम दो आतंकवादी पंजाब पुलिस के एसपी सलविंदर सिंह, उनके ज्वेलर मित्र राजेश वर्मा और सिंह के रसोइए का 31 दिसंबर को एक एसयूवी गाड़ी के साथ अपहरण किए जाने के पहले ही वायुसेना अड्डे में घुस गए। वर्मा का गला रेत दिया गया था लेकिन वह बच गए।
वर्मा ने पूछताछ करने वाले अधिकारियों को बताया कि अपहरण करने के बाद वाहन में घुस आए चारों आतंकवादियों की अपने आकाओं से बातचीत को उन्होंने सुना था जो संभवत: पाकिस्तान में थे। आकाओं ने चारों आतंकवादियों को यह कहकर जाहिरा तौर पर फटकारा कि क्यों वे लोग वायुसेना अड्डे में प्रवेश नहीं कर सके जबकि दो अन्य आतंकवादी पहले ही लक्ष्य पर पहुंच गए हैं।
जांच के ब्यौरे के अनुसार चारों आतंकवादियों ने अपने आकाओं से कहा कि वे रास्ते में ही थे लेकिन वायुसेना अड्डे तक नहीं पहुंच सके क्योंकि रास्ते में कई पुलिस नाके थे। सूत्रों ने कहा कि एेसी आशंका भी है कि ये चारों आतंकवादी एक जनवरी की सुबह वहां वायुसेना अड्डे के अंदर घुसे। क्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए उस दिन शाम को अलर्ट जारी किया गया था। अपहृत वाहन भी वायुसेना वायुसेना अड्डे के पास बरामद हुआ। पंजाब पुलिस के एसपी के इस दावे की पुष्टि में कई घंटे बर्बाद कर दिए गए कि आतंकवादियों ने उनका और दो अन्य लोगों को अपहरण कर लिया था।