Edited By Seema Sharma,Updated: 07 Jun, 2020 02:13 PM
पुडुचेरी में इंसानियत को सर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। पुडुचेरी में शनिवार को कोरोना से तमिलनाडु के 43 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। अस्पताल कर्मचारियों द्वारा व्यक्ति के शव के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद आला-अफसरों के बीच हड़कंप...
नेशनल डेस्कः पुडुचेरी में इंसानियत को सर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। पुडुचेरी में शनिवार को कोरोना से तमिलनाडु के 43 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। अस्पताल कर्मचारियों द्वारा व्यक्ति के शव के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद आला-अफसरों के बीच हड़कंप मच गया। दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि सरकारी कर्मचारी शव को दफनाने की जगह स्ट्रेचर से सीधे गड्ढे में फेंक रहे हैं।
मृतक कोरोना मरीज के साथ ऐसे व्यवहार से यूजर्स ने अफसोस जताया है। कुछ दिनों पहले चेन्नई से यहां अपने ससुराल आए व्यक्ति को शनिवार अचानक दिल का दौरा पड़ा तो उसे पुडुचेरी के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शव के पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि वह मृतक कोरोना वायरस से संक्रमित था। हालांकि व्यक्ति में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। बताया जा रहा है कि मृतक शख्स के परिवार वाले उसका अंतिम संस्कार करने में असमर्थ थे, इसलिए सरकारी टीम ही शव को दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले गई, हालांकि सरकारी कर्मचारियों ने शव को दफनाने के बजाए गड्ढे में फेंक दिया। वहीं इस घटना पर पुडुचेरी के स्वास्थ्य निदेशक डॉ मोहन कुमार ने कहा कि सरकारी कर्मचारी कोरोना से डरे हुए हैं, इसी के चलते उनसे ऐसी गलती हुई है।
कर्मचारी शव को दफनाने जा रहे थे लेकिन वहां मट्टी प्लेन नहीं होने के कारण उनका बैलेंस बिगड़ गया और शव गड्ढे में गिर गया। स्वास्थ्य निदेशक ने कहा कि हमने जिला प्राधिकरण और अस्पताल प्राधिकरण को मामले की जानकारी दे दी है, हमने उनसे कहा है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। आगे इस तरह की गलती स्वीकार नहीं की जाएगी।