Edited By ,Updated: 15 Jul, 2016 05:06 PM
राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्ल्किन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन उत्साह ये लबरेज हैं
राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्ल्किन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन उत्साह से लबरेज हैं और दोनों ही अपनी ओर से जीत के दावे कर रहे हैंं। जोर शोर से उनके चुनाव अभियान जारी हैं। रैली के रैली की जा रही है और विज्ञापनों पर पैसा खर्च करने की उनमें होड़ मची हुई हैं। इस महीने में होने वाली अपनी—अपनी पार्टी की कन्वेन्शन का दोनों बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस सबंध में चौकाने वाली ताजा जानकारी भी मिली है।
यहां जारी एक सर्वेक्षण के मुताबिक बहुत कम वोटरों द्वारा दोनों प्रतिद्वंदियों के लिए सकारात्मक विचार रखना, उनके दावों को झटका दे सकता है। इसका खुलासा करती है पेव रिसर्च की रिपोर्ट। उसका कहना है कि जब वोटरों के सामने यह सवाल रखा गया कि आप किसे आप पसंद करते हैं ? इसके जवाब में क्लिंटन के लिए सिर्फ 18 फीसदी पंजीकृत वोटर आगे आए। दूसरी ओर, यही सवाल जब ट्रंप के लिए पूछा गया तो और भी कम 10 फीसदी वोटरों ने उन्हें चुना है। इससे जाहिर होता है कि दोनों प्रतिद्वंदियों को थोड़ी सी सफलता से फूलना नहीं चाहिए। उन्हें अभी कड़ी मेहनत करनी होगी।
पेव रिसर्च के मुताबिक जब ईमानदार होने का मापदंड सामने रखा गया तो 19 फीसदी लोगों ने ट्रंप को और 13 फीसदी लोगों ने क्लिंटन को ईमानदार शब्द से जोड़ा है। इसके बाद बात की जाती है देश की। जब वोटरों यह सवाल पूछा गया कि कोैन देश को जोड़ सकता है ? इस पर 19 फीसदी लोगों ने ट्रंप के लिए और 17 फीसदी ने क्लिंटन के लिए सही का निशान लगाया।
रिसर्च के दौरान खास बात यह रही कि विभिन्न पैमानों में ट्रंप के मुकाबले क्लिंटन को ज्यादा सकारात्मक और कम नकारात्मक नजरिये से देखा गया है। लगभग एक तिहाई यानि 36 फीसदी लोगों ने क्लिंटन को अच्छी जानकार माना है। उनके विपरीत 13 फीसदी लोगों ने ट्रंप के पक्ष में ऐसा माना।
इसी कड़ी में एक और महत्वपूर्ण सवाल वोटरों के सामने रखा गया कि असहमत होते हुए भी लोग किसके साथ काम करने के इच्छुक होंगे ? इसके जवाब में 36 फीसदी लोगों ने क्लिंटन को चुना है जबकि 20 फीसदी ने ट्रंप के नाम के आगे सही का निशान लगाया। इसके अलावा आधे से ज्यादा वोटरों ने यानि 55 फीसदी ने एक्सट्रीम शब्द को ट्रंप से जोड़ा और 19 फीसदी ने इसे क्लिंटन से।
पेव रिसर्च सेंटर के अमेरिकन ट्रेंड्स पैनल की ओर से यह सर्वे 7 जून से 5 जुलाई के बीच किया गया। इसके तहत 4,602 वयस्कों से बात की गई। इनमें से 3,834 वोटर रजिस्टर्ड थे। नवंबर आने में अभी करीब चार माह का समय शेष बचा है। यदि दोनों प्रतिद्वंदी इस रिसर्च रिपोर्ट को पढ़ते हैं तो उन्हें अपना आकलन कर लेना चाहिए। जीत के लिए उन्हें शेष बचे समय में अपने प्रयासों को नर्इ दिशा देनी होगी।
द न्यूयार्क टाइम्स और सीबीएस न्यूज पोल के मुताबिक दोनों पार्टियों के वोटर अपने उम्मीदवारों से खुश नहीं हैं। वे बड़े बेमन से अपने उम्मीदवार के पास जाते हैं और अपना संदेह व्यक्त जरूर करते हैं। इस दौरान एक अहम बात सामने आई है कि एक तिहाई रिपब्ल्किन्स डोनाल्ड ट्रंप से निराश हैं। उनका मानना है कि इस उम्मीदवार ने पार्टी के नामजद करने की जो प्रक्रिया थी उसे ट्रंप ने ध्वस्त कर दिया है। इतने ही अन्य लोगों का कहना है कि ट्रंप पार्टी के मूल्यों को सही तरीके से प्रस्तुत नहीं कर पाए। इन्हीं मूल्यों के लिए यह पार्टी जानी जाती है।
यदि डेमोक्रेट्स की बात करें तो देखा गया कि बहुत कम वोटर हिलेरी क्लिंटन से खुश हैं। एक चौथाई वोटर कहते हैं कि वे उनके उम्मीदवार बनने से निराश हैं और 7 प्रतिशत का मानना है कि वे भी इस फैसले से परेशान हैं। राहत की बात यह है कि तीन चौथाई वोटरों का विचार है कि क्लिंटन पार्टी के मूल्यों और सिद्धांतों के लिए सार्थक हैं।
वर्तमान में दोनों प्रतिद्वंदियों में कड़ा मुकाबला चल रहा है। यदि ट्रंप की बात करें तो कुछ सप्ताह पहले वे 40 फीसदी अंकों पर ठहर गए थे, जबकि हिलेरी ज्यादातर सर्वे में 40 फीसदी के बीच में चल रही थीं। एफबीआई द्वारा हिलेरी के ईमेल कांड की जांच आरंभ करने के बाद, लेकिन जब बर्नी सैंडर्स ने उन्हें अपना समर्थन देने की घोषणा की थी यह सर्वे किया गया था। इसमें अस्थायी रूप से उनका ग्राफ कुछ नीचे ओर गया, यदि डेमोक्रेट्स फिल्डेल्फिया में होने वाली कन्वेशन में कामयाब हो गए तो यह जल्द ही तेजी से पलट भी जाएगा। उन्हें रिपब्लिकन्स की तुलना में अधिक संगठित माना जाता हें।