Edited By Yaspal,Updated: 11 Feb, 2020 09:05 PM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर मंगलवार को पलटवार करते हुये कहा कि वह उन लोगों से कोई सीख नहीं लेना चाहती जिन्होंने अर्थव्यवस्था का गलत इलाज किया और जिनके सत्ता में रहते प्रत्यक्ष विदेशी निवेशक देश से बाहर भागने लगे...
नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर मंगलवार को पलटवार करते हुये कहा कि वह उन लोगों से कोई सीख नहीं लेना चाहती जिन्होंने अर्थव्यवस्था का गलत इलाज किया और जिनके सत्ता में रहते प्रत्यक्ष विदेशी निवेशक देश से बाहर भागने लगे थे। सीतारमण ने कहा कि संप्रग सरकार के दौर में इतना ही नहीं हुआ, बल्कि उस शासन-काल में राजनीतिज्ञ और पूंजीपतियों की मिली-भगत से कई लोग बैंकों का कर्ज लेकर चंपत हो गये। आम बजट 2020- 21 पर पहले लोकसभा में और फिर राज्य सभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुये सीतारमण ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर मोदी सरकार का अपने जाने जाने पहचाने अंदाज में बचाव किया। उन्होंने सात क्षेत्रों को गिनाया जहां स्थिति में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
सीतारमण ने कहा कि एफडीआई में वृद्धि हो रही है, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का पूंजी प्रवाह सकारात्मक बना हुआ है, ढांचागत क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिये 103 लाख करोड़ रुपये की परियोजनायें निवेश के लिए प्रस्तुत किए पेश की जानी हैं। इसके साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुका है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि चालू वित्त वर्ष के दौरान पिछले दस महीनों में से छह महीने जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। औद्योगिक उत्पादन एक बार फिर बेहतर हो रहा है और कुल मिला कर अर्थव्यवस्था में सुधार की झलक शेयर बाजार में दिख रही है।
लोकसभा में उन्होंने अपनी सरकार के तहत अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिये किये जा रहे उपायों का ब्योरा दिया और सरकार के कदमों का बचाव किया। उन्होंने न केवल विभिन्न क्षेत्रों के लिये बजट में किये गये बजट आवंटन के बारे में बताया बल्कि चालू वित्त वर्ष के बजट में राजकोषीय घाटा बढ़ने के बारे में भी सफाई दी। उन्होंने कहा, ... अर्थव्यवस्था में कोई संकट नहीं है, सात क्षेत्रों से संकेत मिल रहे हैं कि अर्थव्यवस्था में सुधार आ रहा है।
इसके कुछ देर बाद ही राज्यसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुये वित्त मंत्री ने सीधे पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार को लेकर कई तरह की धारणायें व्यक्त की जा रही हैं .... एक बात में मानती हूं, और वह यह कि निश्चित तौर पर हम संप्रग सरकार ने 2008- 09 में जो गलत उपचार किया, हम उसको नहीं दोहरायेंगे। उनमें से किसी को भी हमने नहीं दोहराया है।'' वित्त मंत्री के जवाब के बाद दोनों सदनों में आम बजट पर हुई सामान्य चर्चा को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई।