Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 06:03 PM
आखिरकार अलगाववादियों और आतंकियों के संबंध का खुलासा हो ही गया।
नई दिल्ली: आखिरकार अलगाववादियों और आतंकियों के संबंध का खुलासा हो ही गया। परवर्तन निदेशालय के समक्ष अलगााववादी नेता शब्बीर शाह ने कबूल कर लिया है कि उसकी आंतकी हाफिज सईद से बातचीत होती थी। शाह के खिलाफ अब कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल हो सकता है। शाह ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वो हाफिज सईद से बात करता था और दोनों के बीच आखिरी बात इस वर्ष जनवरी में हुई थी।
उसने बताया कि पाकिस्तान के हवाला अपरेटरों के जरिये उसके पास पैसे आते थे और शब्बीर को तीन प्रतिशत कमिशन मिलता था। सिर्फ यही नहीं बल्कि इन पैसों में से कुछ का प्रयोग वो अपने व्यक्तिगत खर्चें की पूर्ति हेतु भी करता था। ईडी शाह से जुड़े करीब 65 लाख की रक्म भी जब्त की है। शब्बीर शाह जम्मू कश्मीर की डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी का नेता है। उसकी पार्टी का आईपी एड्रेस पाकिस्तान से मिला और पार्टी का सूचना केन्द्र रावलपिंडी पाकिस्तान में है। यहां तक उसकी संपत्ति की बात है तो शब्बीर शााह के पास आय का कोई साधन नहीं है। बस श्रीनगर में एक घर है। शाह कोई आयकर रिर्टन नहीं भरता। इससे पहले असलम वानी ने भी पाकिस्तान से आए एक करोड़ शाह को देने का खुलासा किया था। असलम वानी भी शाह के साथ जेल में बंद है।
ED ने दाखिल किया आरोपपत्र
वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आतंकवाद के कथित वित्तपोषण के लिए 2005 में दर्ज धनशोधन के मामले में कश्मीरी अलगाववादी नेता शब्बीर शाह और एक संदिग्ध हवाला डीलर के खिलाफ आज अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सिद्धार्थ शर्मा के समक्ष दाखिल अंतिम रिपोर्ट में कथित हवाला डीलर मोहम्मद असलम वानी का भी नाम है। वह भी शाह के साथ न्यायिक हिरासत में है।