Edited By Monika Jamwal,Updated: 13 Apr, 2020 10:57 AM
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद की धारा 370 और 35ए हटाए जाने के साथ ही छीनी गई इंटरनेट की सुविधा सरकार ने कुछ माह पूर्व शुरू तो की है लेकिन 4 जी हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा न होने का खामियाजा अब छात्र वर्ग को भुगतना पड़ रहा है।
कठुआ : जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद की धारा 370 और 35ए हटाए जाने के साथ ही छीनी गई इंटरनेट की सुविधा सरकार ने कुछ माह पूर्व शुरू तो की है लेकिन 4 जी हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा न होने का खामियाजा अब छात्र वर्ग को भुगतना पड़ रहा है। कोरोना वायरस के चलते देश भर में संपूर्ण लाकडाउन किया गया है। जम्मू कश्मीर में भी लाकडाउन है। तमाम स्कूलों, कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। स्कूलों के लगने की कोई संभावनाएं नहीं दिख रही हैं। स्कूल प्रबंधकों ने छात्र-छात्राओं को अगली कक्षाओं में प्रमोट भ्भी कर दिया है और उन्हें पाठ्यक्रम संबंधी होम वर्क दिया जा रहा है। लेकिन कई कंसैप्ट और कई टापिक क्लीयर नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि इंटरनेट ऐसी कई कंसैप्ट, टापिक पर महत्वपूर्ण जानकारियां दे सकता है लेकिन हाईस्पीड न होने से कई बेबसाइट सही ढंग से खुल नहीं पा रही है। इसी के चलते छात्र वर्ग की परेशानियां बढ़ रही हैं। छात्र वर्ग ने एकमत से ही मांग की है कि कम से कम लाकडाउन के दौरान परेशानियों को देखते हुए 4 जी हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा प्रशासन, सरकार को दे देनी चाहिए।
कुंवरपाल सिंह, छात्र
दसवीं की परीक्षाओं में भाग लेने के बाद वे फिलहाल घर में हैं और परिणामों का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि गयारहवीं का सैलेबस इंटरनेट पर भी है लेकिन बेबसाइट सही ढंग से चल नहीं पा रही हैं जिसके कारण परेशानियां हो रही है। सरकार को हाईस्पीड इंटरनेट शुरू कर देना चाहिए। छात्र वर्ग को और भी महत्वपूर्ण जानकाािरयां इंटरनेट के बिना नहीं मिल पा रही है ।
रबजोत, छात्रा
सरकार के आदेशों के मुताबिक अगली कक्षाओं में विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया है लेकिन अगली कक्षाओं की किताबें विद्यार्थियों के पास नहीं हैं। कक्षाओं संबंधी जानकारियां इंटरनेट पर हैं लेकिन इंटरनेट सही ढंग से काम नहीं कर रहा है। सरकार को 4जी सुविधा के लिए प्रयास करने होंगे ।
इंटरनेट बंद होने से छात्र वर्ग को भी सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कई कंसैप्ट और टापिकों की इंटरनेट पर जानकारियां रहती हैं लेकिन छात्र वर्ग एवं पाठ्यक्रम से संबधित कई बेबसाइट नहीं चल पा रही हैं। जिसके कारण विद्यार्थियों की परेशानियां बढ़ती जा रही है। सरकार को इंटरनेट की स्पीड बढ़ानी होगी ।
हरलीन कौर, छात्रा
कई विद्यार्थी कंपीटेटिव परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे हैं। लाकडाउन के चलते इंटरनेट ही एक सहारा बचा है लेकिन इंटरनेट की सुविधा एक तरह से ऊंट के मुंंह में जीरा है, सिर्फ दिखावे के लिए इंटरनेट सुविधा जम्मू कश्मीर में दे रखी गई है। 4 जी इंटरनेट चलाकर विशेषकर छात्र वर्ग को सरकार द्वारा राहत दी जानी चाहिए ।