Edited By Pardeep,Updated: 09 Aug, 2019 04:38 AM
रनहौला थाने में एक लड़की साल 2014 में अपने पडोस में रहने वाले लड़के पर छेडख़ानी की शिकायत दर्ज करवाती है लेकिन लड़का उसके परिवार पर कई हमले करता है और हद तो इस साल मार्च में हुई जब लड़की के ऊपर तेजाब से हमला किया गया। जिसकी वजह से लड़की के कई अंगों...
नई दिल्ली : रनहौला थाने में एक लड़की साल 2014 में अपने पडोस में रहने वाले लड़के पर छेडख़ानी की शिकायत दर्ज करवाती है लेकिन लड़का उसके परिवार पर कई हमले करता है और हद तो इस साल मार्च में हुई जब लड़की के ऊपर तेजाब से हमला किया गया। जिसकी वजह से लड़की के कई अंगों को निकालना पड़ा। अभी उसे पाइप से खाना खिलाना पड़ रहा है। इस लड़की का इलाज राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है।
26 जुलाई को अस्पताल के कमरे में एक व्यक्ति जबरन घुसकर उसका गला दबाने की कोशिश करता है। मामला फिलहाल नजफगढ़ थाने में दर्ज है। इसकी जानकारी जैसे ही दिल्ली महिला आयोग को मिली तो आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल व सदस्य प्रोमिला गुप्ता उससे अस्पताल मिलने पहुंची। लड़की की हालत व घटना की जानकारी मिलने पर आयोग की तरफ से दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा गया है। आयोग ने बताया कि एसिड अटैक और पुनर्वास सेल के द्वारा उन्हें इस केस की जानकारी मिली।
नहीं थम रहा एसिड अटैक : स्वाति मालीवाल
आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने कहा, देश मे एसिड अटैक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अपराधियों के खिलाफ मुश्किल से कोई कदम उठाया जा रहा है। लड़की और उसके परिवार के पुलिस पर आरोप बहुत गंभीर हैं। हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है और हम कड़ी कार्रवाई करेंगे। लड़की को इस हमले की वजह से अपनी पढ़ाई भी छोडऩी पड़ी, इसलिए हम लड़की का पुनर्वास भी सुनिश्चित करवाएंगे।