Edited By Seema Sharma,Updated: 09 May, 2018 11:17 AM
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित देख रहे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि सिद्धरमैया सरकार से जनता नाराज है और उन्हें बदलना चाहती है। पिछले 48 महीनों से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के काम को लोग देख रहे हैं।...
नेशनल डेस्कः कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित देख रहे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि सिद्धरमैया सरकार से जनता नाराज है और उन्हें बदलना चाहती है। पिछले 48 महीनों से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के काम को लोग देख रहे हैं। चाहे आर्थिक मामले हों, खेती-किसानी हो या फिर कूटनीतिक, हर क्षेत्र में एक नया आयाम बना है। मंगलवार को नवोदय टाइम्स-पंजाब केसरी के साथ विशेष बातचीत में गडकरी ने कई नए दावे भी किए। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश-
कर्नाटक में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक रखी है, आपको लगता है कि वहां सरकार बना लेंगे?
कर्नाटक में पिछले 5 साल से कांग्रेस की सरकार है। लोग इस सरकार को बदलना चाहते हैं। उससे त्रस्त आ चुके हैं। चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह से वहां की जनता का जुड़ाव दिख रहा है, उससे साफ है कि भाजपा सरकार बनाने जा रही है।
येद्धियुरप्पा भाजपा का चेहरा हैं और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी हैं?
क्यों नहीं, भ्रष्टाचार एक अहम मुद्दा है। येद्धियुरप्पा की सरकार पांच साल पहले थी लेकिन वर्तमान में जो सिद्धरमैया सरकार है, उसने तो भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी हैं। वहां की जनता अब परेशान है। बदलाव का दौर है। भाजपा वहां एक बेहतर सरकार बनाने जा रही है।
मोदी सरकार के 4 साल पूरे हो रहे हैं। आप किस रूप में देखते हैं?
बीते 4 वर्षों में केंद्र की मोदी सरकार ने जो काम किया है, उससे भारत में बदलाव दिख रहा है। हर तरफ विकास दिखाई दे रहा है। चाहे इकोनॉमिक रिफार्म्स हो, कूटनीतिक मामले हों या फिर रोजगार सृजन का, हर तरफ आपको नया भारत विकसित होता दिखेगा। आज हमारी आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत हुई है और दुनिया के सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देशों में भारत गिना जाने लगा है। वहीं कूटनीतिक स्तर पर देखें तो अमरीका के साथ ही पड़ोसी मुल्कों और दुनिया के दूसरे छोटे-बड़े तमाम देशों के साथ भारत के रिश्ते मजबूत हुए हैं।
भाजपा अध्यक्ष रहे हैं। पार्टी को करीब से देखा है। यह जो दावा हो रहा है 50 फीसदी जनमत पाने का, क्या संभव है?
देखिए, आज देश के 21 राज्यों में भाजपा और उसके सहयोग वाली सरकारें हैं। हम जहां कभी नहीं थे, उत्तर-पूर्वी भारत में, आज वहां भी मणिपुर, असम, नागालैंड, त्रिपुरा में भाजपा की सरकारें हैं। जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पी.डी.पी. सरकार है। हम सभी जगह पहुंच रहे हैं तो निश्चित रूप से हमारा ग्राफ बढ़ रहा है और यह आश्चर्य नहीं होगा कि आने वाले वक्त में देश का 50 फीसदी जनमत भाजपा के साथ हो।
देश का किसान और युवा परेशान है। किसान को अपने उत्पाद की कीमत नहीं मिल रही है और युवा को नौकरी। कैसे समाधान हो?
इस साल देश में गेहूं का उत्पादन सरप्लस है। चीनी उत्पादन भी सर प्लस हो गया है। अब हम उसके निर्यात की कोशिश में हैं, ताकि उन्हें वाजिब दाम मिल सके लेकिन यह बात किसानों को भी समझनी होगी। उन्हें अपना क्राप पैटर्न बदलने की जरूरत है। हम आर्गैनिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। खेती की लागत कम करने के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं। डीजल-पैट्रोल से निर्भरता कम कर एथनॉल जैसे बायोप्रोडक्ट ला रहे हैं। युवाओं को जहां तक रोजगार की बात है तो लाखों करोड़ के सड़क के काम इस वक्त चल रहे हैं। क्या इससे रोजगार सृजित नहीं हो रहा है? नए पोर्ट निर्माण का काम चल रहा है। नदियों के जरिए जलमार्ग बनाने का काम चल रहा है। नदियों के जोड़ने का काम शुरू होने जा रहा है। इन सब में रोजगार तो मिल ही रहा है।
भारत माला और सागर माला जैसे प्रोजैक्ट की क्या स्थिति है?
भारत में 7500 किलोमीटर समुद्री किनारा है। 16 लाख करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट हमने शुरू किया है। हमारे पोर्ट की क्षमता बीते 4 साल के भीतर दोगुनी हो चुकी है। मोदी सरकार के आने के एक साल बाद पोर्ट का मुनाफा दो गुणा बढ़ा और तीसरे साल में पांच गुणा बढ़ गया। हम नए पोर्ट बना रहे हैं। साथ में उन्हें सड़कों से जोड़ रहे हैं।
लेकिन विरोधियों को यह विकास क्यों नहीं दिख रहा है?
उनकी मजबूरी है। वे क्या कहेंगे, विरोधी दल हैं तो सरकार की तारीफ तो करने से रहे लेकिन जब अकेले मिलते हैं तो वे भी हमारे काम की तारीफ करते हैं।
आप बड़ी आसानी से लाखों-करोड़ों हजार की बातें कर लेते हैंं?
हमारे देश में पैसे की कमी नहीं है। दृष्टिकोण चाहिए। दृढ़ संकल्प चाहिए और ईमानदार पहल होनी चाहिए। बीते चार साल में लाखों करोड़ रुपए के काम सड़कों के हमने दिए हैं, कहीं से एक भी पैसे के भ्रष्टाचार की बात आई हो तो बताइए। दावा करता हूं, कहीं किसी ने एक भी पैसे का आरोप लगाया हो तो। देश बदल रहा है। आप देखिए, हर तरफ विकास दिख रहा है।
नदियों को जोड़ने के काम की क्या स्थिति है?
अभी इस पर कुछ हुआ ही नहीं तो स्थिति क्या बताएं। हां, जल्द ही पांच प्रमुख नदियों को जोडऩे का काम शुरू होने जा रहा है। जो भी अड़चनें थीं, उनका समाधान हो गया है। राज्यों से हर स्तर पर सहमति बन चुकी है। केन-बेतवा, गोदावरी, बराक सभी पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।