आज साल-2020 का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस ग्रहण की अवधि 4 घंटे 21 मिनट रहेगी। उज्जैन की शासकीय वेधशाला के अधीक्षक डॉ रामप्रकाश गुप्त ने बताया कि 30 नवंबर को होने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर को प्रतिच्छाया ग्रहण होगा, लेकिन भारत में इस समय दिन की स्थिति होने के कारण यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा।
नेशनल डेस्क: आज साल-2020 का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस ग्रहण की अवधि 4 घंटे 21 मिनट रहेगी। उज्जैन की शासकीय वेधशाला के अधीक्षक डॉ रामप्रकाश गुप्त ने बताया कि 30 नवंबर को होने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर को प्रतिच्छाया ग्रहण होगा, लेकिन भारत में इस समय दिन की स्थिति होने के कारण यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा।
चंद्रग्रहण दोपहर में 12:00 बज कर 59 मिनट 9 सेकंड पर शुरू होगा और इसके मध्यकाल की स्थिति दोपहर 3:00 बजकर 12 मिनट 9 सेकंड रहेगी जबकि इसका समापन शाम को 5:00 बजकर 25 मिनट 9 सेकंड पर होगा। गुप्त ने बताया कि प्रतिच्छाया ग्रहण चंद्रमा का कोई भाग पृथ्वी की वास्तविक छाया से नहीं लगता है। यह पृथ्वी के उप छाया वाले हिस्से से गुजरता है, जिससे उसका प्रकाश कुछ समय मध्यम हो जाता है। इस स्थिति का अनुभव हम सामान्य रूप से चंद्रग्रहण के प्रकाश को देखकर कर सकते हैं। सामान्यत: प्रतिच्छाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण के रूप में मान्यता नहीं दी जाती है।
देश-दुनिया पर असर
भारतीय ज्योतिषों के मुताबिक भारत पर इस चंद्र ग्रहण का असर नहीं दिखेगा। ऑस्ट्रेलिया, नॉर्थ अमेरिका, यूरोप, साउथ अमेरिका, प्रशांत और अटलांटिक महासागर के अलावा एशिया के कुछ हिस्सों में ही यह दिखाई देगा। ज्योतिषों के मुताबिक सोमवार को लगने वाला चंद्रग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है, इसलिए इस बार सूतक नहीं लगेगा।
देश का सबसे लंबा एम्स-दीघा एलिवेटेड पथ आज से शुरू, CM नीतीश ने किया लोकार्पण
NEXT STORY