Edited By Yaspal,Updated: 20 Jul, 2018 08:48 PM
निशा सेजवाल में उड़ान को लेकर हमेशा से एक जुनून था, लेकिन उसे नहीं पता था कि पायलट बनने का उसका सपना जल्द ही टूट जाएगा।
नई दिल्लीः निशा सेजवाल में उड़ान को लेकर हमेशा से एक जुनून था, लेकिन उसे नहीं पता था कि पायलट बनने का उसका सपना जल्द ही टूट जाएगा। अमेरिका के फ्लोरिडा में मंगलवार को एक उड़ान स्कूल के दो छोटे विमान बीच हवा में टकरा गया जिससे निशा (19 वर्ष) समेत चार ट्रेनी पायलटों की मौत हो गयी।
निशा के फेसबुक पोस्ट से जाहिर होता है कि उड़ान भरने का उसे कितना शौक था। पिछले साल दिसंबर में एक पोस्ट में लिखा, भविष्य के बारे में भविष्यवाणी करने से बेहतर है इसका निर्माण करना, एक दूसरी पोस्ट में लिखा उड़ना ही मेरा काम है। निशा की चचेरी बहन स्नेहा सेजवाल ने कहा कि वह कॉर्मिशयल फ्लाइंग लाइसेंस पाने का इरादा रखती थीं।
स्नेहा सेजवाल ने बताया, ‘‘निशा पायलट बनना चाहती थी और यह उसका सपना था। वह अभ्यास उड़ान पर निकली थी। इसके बाद उसे कॉर्मिशयल फ्लाइंग लाइसेंस मिल जाता। उसने अप्रैल में प्राइवेट फ्लाइंग लाइसेंस हासिल की थी और अपने अंतिम परीक्षण उड़ान के लिए बहुत उत्साहित थी।’’ डीएवी मॉडल स्कूल (यूसुफ सराय) में निशा ने पढाई की थी । वहां पर शिक्षक चारू सिंह भल्ला ने भी छात्रा को याद किया।
भल्ला ने कहा, ‘‘पिछले साल अमेरिकी वीजा मिलने में उसे देरी हुई थी। लेकिन वह वहां जाने और अपना सपना पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध थी।’’