Edited By vasudha,Updated: 28 Jul, 2019 10:48 AM
रोज की तरह शुक्रवार रात भी महालक्ष्मी एक्सप्रेस मुम्बई से कोहलापुर के लिए रवाना हुई थी। भारी बारिश हो रही थी। मुश्किल से सौ किलोमीटर की ही दूरी तय की होगी कि बदलापुर और वांगनी स्टेशन के बीच पूरा रेल ट्रेक पानी में डूबा था...
नेशनल डेस्क: रोज की तरह शुक्रवार रात भी महालक्ष्मी एक्सप्रेस मुम्बई से कोहलापुर के लिए रवाना हुई थी। भारी बारिश हो रही थी। मुश्किल से सौ किलोमीटर की ही दूरी तय की होगी कि बदलापुर और वांगनी स्टेशन के बीच पूरा रेल ट्रेक पानी में डूबा था। ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया। रात के दस बजे थे। सुनसान जंगल और चारों ओर पानी। ट्रेन में एक हजार से ज्यादा यात्री सवार थे। बारिश जारी थी और पानी लगातार बढ़ रहा था। ट्रेन के आगे बढऩे की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। यात्री राहत और मदद का इंतजार कर रहे थे। एक हजार जिंदगानियां मुसीबत में थीं। रात धीरे-धीरे गुजर रही थी। बारिश के बीच दिन निकलने के साथ ही उम्मीद की किरण भी जगी। करीब 12 घंटे बीत चुके थे। बिस्कुट और पानी के रूप में रेलवे की ओर से पहली मदद आई। उसके बाद नौसेना और एनडीआरएफ की टीमें पहुंच गईं। पहले महिलाओं और बच्चों को फिर बारी-बारी सबको सुरक्षित निकाल लिया गया। यात्रियों के चेहरे पर संतोष था, उन्हें ये 17 घंटे सदैव याद रहेंगे...साथ ही मदद करने वाले हाथ भी..
ऐसे चला अभियान
- 10:00 बजे : शुक्रवार रात मुंबई से कोल्हापुर को रवाना हुई महालक्ष्मी एक्सप्रेस ठाणे के बदलापुर से वांगनी स्टेशन के बीच चमटोली के पास पानी में फंस गई। पूरी रात यात्री ट्रेन में फंसे रहे।
- 10:15 बजे : आरपीएफ और सिटी पुलिस मौके पर पहुंची, यात्रियों को बिस्कुट और पानी दिया।
- 10: 30 बजे : एनडीआरएफ की एक टीम यात्रियों को बचाने के लिए मौके पहुंचे।
- 10: 45 बजे : भारी बारिश शुरू होने से बचाव कार्यों में विलंब हुआ।
- 11:25 बजे :आठ राहत टीमें ट्रेन के पास पहुंचीं इनमें तीन टीमें नौसेना की थीं। बचाव कार्य शुरू किया गया। खोजी हैलिकॉप्टर के जरिए इलाके का जायजा लिया गया।
- 11:30 बजे : यात्रियों से कहा गया कि वे ट्रेन से बाहर न निकलें ।
- 11:35 बजे : महाराष्ट्र सरकार ने रक्षा अधिकारियों से यात्रियों को एयरलिफ्ट कराने का अनुरोध किया ।
- 11:45 बजे : मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने जानकारी दी कि 100 से ज्यादा यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
- 12:15 बजे: दोपहर 117 महिलाओं और बच्चों को पहली बार में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
- 12:50 बजे : बजे बचाव कार्य में लगी एक बोट की मोटर अभियान के बीच फेल हुई।
- 01:00 बजे : मुख्यमंत्री फडनवीस ने मुख्य सचिव से बचाव अभियान की निगरानी के लिए कहा।
- 01:15 बजे : 500 यात्रियों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया।
- 01:40 बजे : सेंट्रल रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि बचाकर निकाले गए यात्रियों को उनके इच्छित स्थानों की ओर भेजना शुरू कर दिया गया है।
- 02:10 बजे : ट्रेन से बचाई गईं महिलाओं में 9 गर्भवती थीं, इनमें से डी-1 कोच में सवार महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- 02:20 बजे : 37 डॉक्टरों की टीम और एम्बुलेेंस को मौके पर तैनात किया गया, खाने-पीने की जरूरी चीजों का इंतजाम किया गया, 14 बसें और तीन टैंपो लोगों को लाने ले जाने के लिए लगाए गए।
- 03:08 बजे : सेंट्रल रेलवे के अनुसार महालक्ष्मी एक्सप्रेस से सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, इनके लिए कोल्हापुर तक 19 कोच की विशेष ट्रेन चलाई गई ।
- 03:48 बजे : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बताया कि एनडीआरएफ, नौसेना, वायुसेना, रेलवे तथा राज्य प्रशासन ने सभी यात्रियों को सुरक्षित ट्रेन से निकाल लिया है, हम पूरे अभियान पर नजदीक से नजर रख रहे थे ।
खंडालाघाट ट्रेक पर भूस्खलन
मुंबई में शुक्रवार शाम से हो रही भारी बारिश की वजह से खंडालाघाट रेल मार्ग पर भी भूस्खलन हो गया। इसकी वजह इस ट्रेक पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई। शनिवार शाम तक बारिश रुक-रुक कर हो रही थी। इसलिए ट्रेक को सुधारने के काम में वक्त लग सकता है।